Ranchi News: अनिता रश्मि को बिनोद बिहारी स्मृति सम्मान, वीरेंद्र कुमार महतो को गिरिधारी राम गौंझू स्मृति सम्मान, ये भी किए गए सम्मानित
रांची में झारखंड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति ने अलंकरण समारोह का आयोजन किया. इसमें नौ साहित्यकारों को उनके साहित्यिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया.
रांची: झारखंड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति की ओर से रविवार को प्रेस क्लब में अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया. अनिता रश्मि को बिनोद बिहारी स्मृति सम्मान, जबकि वीरेंद्र कुमार महतो को गिरिधारी राम गौंझू स्मृति सम्मान दिया गया. इनके अलावा अन्य साहित्यकार भी सम्मानित किए गए. कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार शंभु बादल ने की. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कथाकार राकेश कुमार सिंह उपस्थित थे. हिंदी समेत अन्य झारखंडी भाषाओं में योगदान के लिए साहित्यकारों को सम्मानित किया गया.
इन साहित्यकारों को किया गया सम्मानित
अनिता रश्मि को बिनोद बिहारी स्मृति सम्मान, विनय सौरभ को भारत यायावर स्मृति सम्मान, कॉलेश्वर को राधाकृष्ण स्मृति सम्मान, अनिल किशोर सहाय को कॉमरेड महेंद्र प्रसाद सिंह स्मृति सम्मान, मुकुंद रविदास को रघुनाथ महतो स्मृति सम्मान, वीरेंद्र कुमार महतो को गिरिधारी राम गौंझू स्मृति सम्मान, महादेव डंगरीयाल को सृष्टिधर महतो स्मृति सम्मान, आलोका कुजूर को सुशीला सामद स्मृति सम्मान और सुकुमार को श्रीनिवास पानुरी स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया.
नीरज नीर और शिरोमणि महतो ने समिति के कार्यों से कराया अवगत
रांची में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत विशिष्ट अतिथियों एवं पुरस्कृत होने वाले साहित्यकारों को पुष्पगुच्छ एवं शॉल देकर की गयी. समिति के सचिव नीरज नीर ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए समिति के उद्देश्य और संघर्ष पर प्रकाश डाला. समिति के अध्यक्ष शिरोमणि महतो ने आयोजन में शामिल होने वाले साहित्यप्रेमियों एवं साहित्यकारों का स्वागत किया और समिति द्वारा किए गए प्रयासों एवं सरकार द्वारा उठाए गए सकारात्मक कदमों की जानकारी दी.
काव्य संग्रहों का किया गया लोकार्पण
गिरिडीह के साहित्यकार नेतालाल यादव का काव्य संग्रह ‘दलदल से उठा आदमी’, बेरमो के इम्तियाज गदर का कहानी संग्रह ‘प्लाज्मा’ सुकुमार का खोरठा काव्य संग्रह ‘नावा डहर,’ बोकारो की सुजाता कुमारी का काव्य संग्रह ‘पोखर का पानी’, धनबाद के डॉ मुकुंद रविदास का खोरठा काव्य संग्रह ‘कोयला आर माटी’ का लोकार्पण किया गया. इसके बाद साहित्यकारों को मोमेंटो और शॉल देकर सम्मानित किया गया. पुरस्कृत होने वाले साहित्यकारों ने अपने अनुभव साझा किए.
मांदर बाजे रे से सुकुमार ने मोहा सबका मन
झारखंड के प्रसिद्ध कथाकार पंकज मित्र, राकेश कुमार सिंह एवं वरिष्ठ कवि शंभु बादल ने अपने विचार प्रस्तुत किए. सुकुमार ने खोरठा गीत ‘मांदर बाजे रे, बांसी बाजे रे’ के द्वारा कार्यक्रम में सबका मन मोह लिया. धन्यवाद ज्ञापन नीरज नीर ने किया. मंच संचालन राजीव थेपड़ा ने किया. कार्यक्रम में सुषमा सिन्हा, प्रकाश देवकुलिश, पंकज पुष्कर, निवास चंद्र ठाकुर, रतन महतो, चंद्रिका देशदीप, जयमाला, प्रणव परिमल, बिनोद कुमार, सुभाष कुमार यादव, गुलांचो कुमारी, कृष्णा गोप समेत अन्य साहित्यकार उपस्थित थे.
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