पल्लवी झा की मैथिली कविताएं
प्रभात खबर दीपावली विशेषांक में मधुबनी की पल्लवी झा की दो सारगर्भित कविताएं प्रकाशित हुईं हैं. उनकी कविता को आप यहां भी पढ़ सकते हैं.
प्रभात खबर दीपावली विशेषांक में मधुबनी की पल्लवी झा की दो सारगर्भित कविताएं प्रकाशित हुईं हैं. उनकी कविता को आप यहां भी पढ़ सकते हैं.
जयबाक दूटा रस्ता…
कोनो आन परिवार सँ
लड़की अयबाक दूटा रस्ता छै
पहिल तँ आँगनक मुँहथरिक बाटे
तँ दोसर छहरदेवाली फाँनि क’ !
मुँहथरि बाटे आयलि लड़की
जे आब स्त्री होब’ गेलि रहैत अछि,
रस्ताक बीच द’ क’
दुआरि पर चाउर भरल लोटा कें
गुड़कबैत अबैत अछि, धीरे-धीरे…
जमीन पर खसल
ओहि चाउरक दानाक हिसाब
कहियो क्यो नहि लगा पओलक
मुदा ओ स्त्री
छिड़ियायल दाना सभकें
कतेक जिम्मेदारी सँ
माथ पर उठा लैत अछि
आ कहैत अछि, कि
ई घर हमर अछि, हमर प्रेमक अछि !
कि तखनहि विधाता जेना
मुस्कुराइत बजैत छथिन– तथास्तु !
छहरदेवाली नाँघि
आयलि लड़की सेहो
ठोकर मारि अबैत अछि
अपन पिताक प्रेम कें, माँक आँचर कें…
छहरदेवाली फानि
गाछक सहारे उतरलि
लड़की सँ स्त्री बनलि
ओकर पयर सँ
आँगनमे लागल ठोकर पर
माटि जेना कुहरैत बजैत अछि
कि ई हमरे सँ जनमल गाछ
सुखा किएक नहि जाइत अछि !
हम जनैत छी,
कोनो लड़की लेल छहरदेवाली फाँनब
पैघ बात नहि होयत,
मुदा हमर मानी, तँ
आहां जाएब ककरो घर
मुँहथरिपर राखल लोटा गुड़काइये क’ …
नहिं मारब ठोकर आहां
अपन पिताक प्रेम कें, माँक आँचर कें !
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ई अन्हार राति
हमर एहि प्रतीक्षाक
गवाह अछि ई अन्हार राति
हमर कनैत आँखिकें
देखलक अछि ई अन्हार राति
निन्ने मातल आँखि
मुदा कहाँ सूत’ दैत अछि
ई हमर अनंत यात्राक राति
अपन आँखि सँ
ई मात्र सपना देखलक
हमरा लेल अन्हार रातुक
आ फेर सँ अपन सत्यक
दर्शन करा देलक अनचोके…
पल्लवी झा, संपर्क : ग्राम+पोस्ट- भवानीपुर, जिला-मधुबनी, पिन- 847234, बिहार, मो. 8252663071