Prayagraj: उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक अहमद, उसके परिवार और गुर्गों पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है. प्रयागराज की धूमनगंज पुलिस ने अब अतीक, उसके बेटे अली समेत 13 पर एफआईआर दर्ज की है.
धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, उसके बेटे अली, गिरोह के सदस्य आसाद कालिया, शकील, शाकिर, सबी अब्बास, फैजान, सैफ, नामी, अफ्फान, महमूद, माऊद एवं अतीक के चचेरे भाई असलम मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. असलम माफिया अतीक अहमद का चचेरा भाई है. इन सभी पर धारा 147, 148, 149, 307, 386, 286, 504, 506 और 120-बी आईपीसी का मुकदमा दर्ज किया गया है.
धूमनगंज पुलिस ने अतीक गैंग के शूटर कम्मो जाबिर के रिश्तेदार साबिर की शिकायत पर ये मुकदमा दर्ज किया है. इसमें एक करोड़ की रंगदारी मांगने, जानलेवा हमला करने और जेल से साजिश रचने का आरोप है.
एफआईआर के मुताबिक प्रयागराज के चकिया निवासी साबिर हुसैन का आरोप है कि 14 अप्रैल 2019 को वह अपनी मां अफरोज के साथ घर पर था. तभी अतीक अहमद का बेटा अली सहित अन्य लोग आए और उसे बाहर बुलाया. इसके बाद अली और असद ने उसकी कनपटी पर तमंचा लगाकर अपशब्द कहे. फिर अतीक के चचेरे भाई ने फोन पर माफिया से बात कराई. इसमें अतीक अहमद ने उससे एक करोड़ की रंगदारी मांगी. साथ ही अतीक ने उसे अपने मामलों में दखल देने पर जान से मारने की धमकी दी.
Also Read: आकांक्षा दुबे मौत मामला: समर सिंह की पुलिस कस्टडी रिमांड पर आज फैसला, मोबाइल से डाटा रिकवर करने में जुटी पुलिस
इस मामले में साबिर ने तब पुलिस से शिकायत नहीं की थी. उसका आरोप है कि उमेश पाल हत्याकांड से कुछ दिन पहले कुछ आरोपित उसके घर पर आए और साबरमती जेल जाने के लिए दबाव बनाने लगे. एक बार फिर उससे एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई और नहीं देने पर धमकी दी.
अब अतीक अहमद, उसके परिवार और गुर्गों पर कानूनी शिकंजा कसते देख साबिर ने अपने मामले में भी पुलिस को तहरीर दी, जिसके बाद धूमनगंज थाना पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. मामले में माफिया अतीक अहमद को साजिश रचने का आरोपी बनाया गया है.
खास बात है कि साबिर का एक वक्त में अतीक अहमद से कनेक्शन था. वह अतीक के गैंग आईएस 227 के सक्रिय सदस्य कम्मो जाबिर का रिश्तेदार है. वह पहले माफिया के लिए काम करता था. बाद में उसने जमीन की खरीद फरोख्त का काम शुरू किया. इस पर अतीक गैंग उससे खफा हो गया और दुश्मनी मानने लगा. इसी को लेकर अतीक ने अपने बेटे अली और गुर्गों से साबिर को धमकाया और रंगदारी मांगी.
पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. विवेचना में दोषी पाए जाने पर अतीक अहमद की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. उमेश पाल हत्याकांड में नामजद होने के बाद से ही पुलिस उसके खिलाफ तेजी से कार्रवाई करने में जुटी है.