Prayagraj: उमेश पाल हत्याकांड में हमलावर अरबाज के पुलिस एनकांउटर में मारे जाने और आरोपी सदाकत की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ को जल्द अन्य लोगों का सुराग मिलने की उम्मीद है. इसके लिए ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है. वहीं सदकात से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. दरअसल उमेश पाल हत्याकांड की साजिश बरेली जेल में रची गई थी.
तफ्तीश में सामने आया है कि मुस्लिम हॉस्टल में सदाकत के कमरे में ही उमेश पाल की हत्या की साजिश रची गई थी. इस कमरे पर सदाकत का दो साल से अवैध कब्जा था. कुछ समय पहले हॉस्टल में अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई की गई थी. तब जिन सात कमरों को सील किया गया था, उनमें सदाकत का कमरा भी शामिल था. वहीं कार्रवाई के कुछ दिनों बाद ही पांच कमरों के ताले तोड़ दिए गए थे, जिनमें सदाकत का कमरा नंबर 36 थी, जिस पर फिर से अवैध कब्जा हो गया था.
जांच पड़ताल में पता चला है कि उमेश पाल हत्याकांड के एक हफ्ते पहले से सदाकत हॉस्टल में नहीं दिखा था. उसके कमरे पर ताला लगा हुआ था. इसके बाद वह वारदात के दिन सीसीटीवी फुटेज में नजर आया. गिरफ्तार सदाकत अतीक के खास गुर्गे गुलाम का बेहद करीबी है.
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सदाकत ने दो साल पहले सीएमपी डिग्री कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उसने इलाहाबाद हाई कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू कर दी. प्रैक्टिस के दौरान ही वह अतीक अहमद गिरोह के संपर्क में आया. अतीक के गैंग ने उसे विवादित जमीन से जुड़े मामले देने का लाचल दिया. वहीं उमेश पाल हत्याकांड के बाद वायरल वीडियो फुटेज में जो शूटर दुकान में पहले से मौजूद है और गाड़ी के पहुंचते ही फायरिंग शुरू कर देता है, उसकी पहचान गुलाम के रूप में हुई है. सदाकत उसके काफी करीब है. गुलाम अक्सर हॉस्टल में सदाकत के कमरे में आता था और उमेश पाल हत्याकांड को लेकर बैठकों में शामिल था. इसके अलावा अन्य आरोपियों ने भी यहां बैठकों में वारदात की योजना तैयार की.
एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस ने सीसीटीवी में सामने आए सातों हमलावरों की पहचान कर ली है. इसमें अरबाज मुठभेड़ में मारा जा चुका है. जबकि अतीक अहमद का बेटा असद, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, अरमान, साबिर और शाहरुख उर्फ पिंटू के चेहरे सामने आ चुके हैं. इसके साथ ही एसटीएफ बरेली, नैनी, लखनऊ जेल में बंद अतीक के भाई, बेटों और साले से मुलाकात करने वालों की सूची खंगाल रही है, जिससे फरार आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा सके.
जांच पड़ताल में सामने आया है कि उमेश पाल की हत्याकांड की साजिश गुजरात की साबरमती जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद ने रची थी. इसके बाद उसके इशारे पर बरेली में योजना तैयार हुई और प्रयागराज में गुर्गों को इसे अंजाम देने को कहा गया. अतीक अहमद का भाई और हत्याकांड में नामजद आरोपी खालिद अजीम उर्फ अशरफ बरेली जेल में है. अशरफ दो साल से सेंट्रल जेल-2 में बंद है. अशरफ से मिलने के बाद शूटरों का नाम और पूरा प्लान तय हुआ था. एसटीएफ ने बरेली जेल प्रशासन से अशरफ से मुलाकात करने वालों के संबंध में जानकारी जुटाई है.
इस बीच अतीक अहमद को यूपी लाए जाने पर अपनी जान का डर सताने लगा है. उसकी ओर से उत्तर प्रदेश पुलिस को वारंट नहीं देने की कोर्ट से गुहार लगाई गई है. एसटीएफ उमेश पाल हत्याकांड में उसे रिमांड पर लाने की तैयारी में है. इसे लेकर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने साबरमती जेल से ही उसकी पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से कराने की मांग की है. इसके साथ ही शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेज और उनके पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराकर उमेश पाल हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की अपील की है. इसके अलावा साथ ही पुलिस हिरासत से दोनों बेटे अबान और ऐजम को रिहा कराने की डिमांड भी की है.
उमेश हत्याकांड में अतीक अहमद के घर के पास हमले में प्रयुक्त बरामद क्रेटा कार के मालिक नफीस को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. इसी कार से आकर हमलावरों ने उमेश पाल पर हमला किया था. कार बरामद होने के बाद पुलिस इसके इंजन और चेचिस नंबर के आधार पर जांच कर रही थी. इसके बाद ये गिरफ्तारी की गई है.