Prayagraj: उमेश पाल हत्याकांड मामले में पुलिस आरोपियों की तलाश में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है. अतीक अहमद के बेटे असद के अलावा अन्य आरोपी गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, अरमान और साबिर की सूचना देने वाले के लिए इनाम की राशि सोमवार को दोगुनी कर दी गई. इन आरोपियों की सूचना देने वाले लोगों को अब पांच-पांच लाख दी जाएगी. इस बात की जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी.
दरअसल बसपा पार्टी के विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों पर 24 फरवरी को प्रयागराज में दिनदहाड़े गोली चलाई गई. इस दौरान उमेश पाल और उनके पुलिस सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की मौत हो गई .बता दें राजू पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी अतीक अहमद है, जो गुजरात की जेल में बंद है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की जा रही है.
बताते चलें उमेश पाल की हत्या में शामिल पांच लोगों की गिरफ्तारी या सूचना देने पर ईनाम की राशि बढ़कार ढाई-ढाई लाख रुपये से पांच-पांच लाख रुपये कर दी गई है. उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत के आधार पर ही धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन और दो बेटों, सहयोगी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम समेत नौ अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया. सभी आरोपियों पर गंभीर धाराएं लगे हुए हैं.
जांच पड़ताल के दौरान असद के व्हाट्सएप ग्रुप ‘शेर-ए-अतीक’ का खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि इसके बाद एसटीएफ ने इससे जुड़े दो लोगों को हिरासत में लिया है. उमेश पाल हत्याकांड के कुछ दिन पहले यह ग्रुप डिलीट कर दिया गया था. इसके बाद एसटीएफ का शक इससे जुड़े लोगों पर और गहरा गया है.
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जांच पड़ताल में सामने आया है कि असद इस ग्रुप का एडमिन था और इसमें प्रयागराज सहित 14 जनपदों के 56 लोग जुड़े थे. ये लोग आपस में कई अहम जानकारियों को साझा करते थे. जिन लोगों को एसटीएफ ने उठाया, उनका कनेक्शन भी उमेश पाल हत्याकांड से जुड़ा हो सकता है. मुमकिन है कि उन्हें भी इस हत्याकांड की योजना को लेकर पूरी जानकारी हो. हालांकि अभी तक एसटीएफ या पुलिस की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.