Prayagraj: प्रदेश के कौशांबी जनपद में पुलिस अधीक्षक पर छेड़खानी और दुर्व्यवहार का आरोप लगाने वाली महिला अपने बयान से पलट गई है. महिला ने अब कहा है कि काम खराब करने पर पुलिस अधीक्षक की पत्नी ने उसे काम से हटा दिया था. इसी से नाराज होकर उसने पुलिस कप्तान पर झूठा आरोप लगाया था. महिला ने कहा कि उसके लगाए गए आरोप पूरी तरह से असत्य और निराधार हैं. इससे पहले मामला सुर्खियों में आने बाद डीजीपी के निर्देश पर जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई.
इससे पहले यूपी में कौशांबी जनपद के पुलिस अधीक्षक ब्रजेश श्रीवास्तव पर महिला फॉलोवर ने छेड़खानी का आरोप लगाया था. महिला को पुलिस अधीक्षक ने घर पर अपनी मां की देखरेख के लिए रखा था. महिला ने पुलिस कप्तान पर नशे की हालत में उसके साथ छेड़छाड़ करने और दबाव देकर मालिश करवाने का आरोप लगाया.
महिला के इन आरोपों के बाद विभाग में हड़कंप मच गया. जिस पुलिस कप्तान पर पूरे जिले की जिम्मेदारी है, उस पर ही महिला उत्पीड़न के आरोप लगने पर हर तरफ चर्चा होने लगी. वहीं महिला के आरोपों का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल होने के बाद मामला सुर्खियों में आ गया और उच्चाधिकारियों तक बात पहुंची. पुलिस महानिदेशक विजय कुमार को भी मामले की जानकारी दी गई.
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इसके बाद पुलिस हरकत में आई और मामले की जांच कराने का निर्णय किया गया. एडीजी भानु भास्कर ने बताया कि कौशांबी में सोशल मीडिया के जरिये एक महिला ने पुलिस अधीक्षक पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. ये प्रकरण विभाग के संज्ञान में आया, जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक के निर्देशानुसार व प्रयागराज के मंडलायुक्त से परामर्श कर निष्पक्ष जांच के लिए टीम का गठन किया गया है. ये टीम प्रयागराज रेंज के आईजी की अध्यक्षता में गठित की गई है.
यूपी में कौशांबी जनपद के पुलिस अधीक्षक महिला उत्पीड़न के आरोपों को लेकर विवादों में आ गए हैं. ये आरोप उनके घर काम करने वाली महिला ने लगाए हैं. इसका वीडियो वॉयरल होने के बाद मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. pic.twitter.com/iQ41nCifJO
— sanjay singh (@sanjay_media) June 20, 2023
उन्होंने बताया कि प्रयागराज रेंज के आईजी चन्द्र प्रकाश की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. इस समिति के अन्य सदस्य चित्रकूट जनपद की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला और एवं प्रतापगढ़ जनपद की मुख्य विकास अधिकारी आईएएस अफसर ईशा प्रिया हैं. इस टीम को प्रकरण की निष्पक्षता एवं गहनता से जांच कर चार दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं. रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
उधर पुलिस अधीक्षक के हवाले से पहले ही कहा गया कि महिला को चोरी करने के आरोप में निकाला गया था. इस वजह से वह गलत आरोप लगा रही है. जांच टीम के अपनी पड़ताल शुरू करने से पहले ही महिला आरोपों से मुकर गई और पहले लगाए आरोपों को झूठा बताया. अब देखना है कि तीन सदस्यीय जांच टीम का इस मामले में क्या रुख होगा. माना जा रहा है कि टीम आरोप लगाने वाली महिला सहित कौशांबी के पुलिस अधीक्षक के बयान दर्ज करेगी.