पूर्णिया: कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष व पूर्व जिला पार्षद विश्वजीत कुमार सिंह उर्फ रिंटू सिंह की सरेशाम हुई हत्या को लेकर आम लोग पुलिस पर गुस्साए हुए हैं. वहीं सूबे की सियासत भी इस हत्याकांड को लेकर गरमायी हुई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पुलिस को इस मामले में लताड़ा है और सवाल खड़े किये हैं.
पूर्व जिला पार्षद विश्वजीत कुमार सिंह उर्फ रिंटू सिंह की हत्या के महज नौ दिन पहले उन पर जानलेवा हमला किया गया था. मगर वे बाल-बाल बच गये थे. घटना के संबंध में पूर्व जिला पार्षद ने सरसी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. दर्ज प्राथमिकी में रिंटू सिंह ने कहा था कि तीन नवंबर को दिन के करीब 3:30 बजे मीरगंज से सरसी आ रहे थे. जब वे अपनी गाड़ी से मीरगंज से लौट रहे थे, तो सरसी गांव में आशीष सिंह अपने सहयोगियों के साथ घर के बाहर खड़ा था. जैसे ही वह उससे करीब 50 मीटर दूर पहुंचे, आशीष सिंह ने दौड़ते हुए उस पर गोली चला दी.
रिंटू सिंह ने प्राथमिकी में बताया था कि इस दौरान गोली चलने से वे बाल-बाल बच गये और मीरगंज की ओर गाड़ी घूमा कर तेजी से भाग निकले. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई की होती, तो शायद यह यह घटना नहीं घटती. मृतक के परिजन इस बात को लेकर आक्रोशित हैं कि पुलिस सिर्फ कागजी खानापूर्ति कर चुपचाप बैठ गयी.
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Published By: Thakur Shaktilochan