पूर्णिया : बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से एक तरफ जहां प्रशंसकों में मायूसी है, तो वहीं उनके पैतृक गांव बीकोठी प्रखंड मल्डीहा में भी मातमी सन्नाटा है. उनके परिजनों का रो-रो कर हाल बुरा हैउनलोगों को यकीन ही नहीं हो रहा है कि बॉलीवुड में उनके गांव का नाम रौशन करने वाला सितारा अब इस दुनिया में नहीं है. प्रशंसकों द्वारा सोशल मीडिया पर सुशांत को लगातार श्रद्धांजलि दी जा रही है. ज्ञात हो कि सुशांत सिंह राजपूत का पैतृक गांव मूल रूप से बीकोठी प्रखंड क्षेत्र का मलडिहा ग्राम में है. जहां अभी भी उनके परिजन रह रहे हैं. सुशांत सिंह राजपूत का जन्म पटना, बिहार में हुआ है. उनके पिता सरकारी अधिकारी हैं.
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उनका परिवार सन 2000 के शुरूआती समय में दिल्ली में बस गए. सुशांत की 04 बहनें भी हैं. जिसमें से एक बहन मीतू सिंह राज्य स्तर की क्रिकेट खिलाड़ी हैं. सुशांत राजपूत की शुरूआती पढ़ाई सेंट कैरेंस हाई स्कूल, पटना में हुई है. आगे की पढ़ाई दिल्ली के कुलाची हंसराज माडल स्कूल से हुई है. इसके बाद दिल्लीकालेज ऑफ इंजीनियरिंग से उन्होंने मैकेनिल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की.
सुशांत के करियर की शुरूआत बैकअप डांसर के रूप में हुई थी. उन्होंने फिल्मफेयर अवार्डस में भी कई बार डांस किया है. वहीं पर उनको सबसे पहले बालाजी टेलीफिल्मस की कास्टिंग टीम ने नोटिस किया. जिसके बाद उनके करियर की शुरूआत ‘किस देश में है मेरा दिल’ नामक सीरियल से हुई. जिसमें उन्होंने प्रीत जुनेजा का किरदार निभाया था. लेकिन जीटीवी का शो ‘पवित्र रिश्ता’ उनके करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुआ. इसके बाद वे डांस रियलिटी शो ‘जरा नच के दिखा 2 और झलक दिखला जा 4 में भी दिखाई दिए. इसके बाद सुशांत ने फिल्मों का रूख कर लिया और ‘काय पो चे’ फिल्म से अपना फिल्मी सफर शुरू किया. जिसके बाद सुशांत कई हिट फिल्में की हैं, जिनमें पीके, एम. एस धोनी, केदारनाथ, छिछोरे आदि शामिल हैं.
सुशांत सिंह राजपूत 17 वर्षों के बाद पिछले वर्ष 11 मई 2019 को अपने पैतृक गांव मल्डीहा आये थे. जहां उन्होंने अपने पूरे परिवार के साथ दो दिन का वक्त बिताया. इस दौरान उनसे मिलने वाले लोगों की भीड़ उनके घर पर लगी रही. गांव आने पर सुशांत बरुणश्वर मंदिर में भी पूजा करने पहुंचे थे. बताया जाता है कि सुशांत गांव आने पर खगड़िया जिला अंतर्गत बोरनय अपने ननिहाल में मुंडन में भी शामिल हुए थे.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya