पंजाब और उत्तराखंड के बाद कांग्रेस आलाकमान राजस्थान का विवाद सुलझाने में जुटी है. पार्टी ने अपने संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्थान के प्रभारी अजय माकन को सुलह का फॉर्मूला लेकर जयपुर भेजा, जिसके बाद दोनों नेताओं की सीएम अशोक गहलोत से देर रात तक बातचीत चली.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान के नए कैबिनेट विस्तार में सचिन पायलट कैंप के पांच करीबी नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है. इनमें विश्वेंद्र सिंह, हेमाराम चौधरी, दीपेंद्र सिंह शेखावत, रमेश मीणा और मुरारी लाल मीणा का नाम शामिल है. बताया जा रहा है कि राजस्थान में 28 जुलाई तक कैबिनेट का विस्तार किया जा सकता है.
संसदीय सचिव भी बनाया जा सकता है- राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चा के मुताबिक राजस्थान में पहली बार चुनकर आए विधायकों को संसदीय सचिव बनाया जा सकता है. इसमें गहलोत, पायलट और निर्दलीय विधायकों को शामिल किया जाएगा. हालांकि इसके लिए सरकार को प्रस्ताव भी लाना होगा. पायलट ने अपने कैंप से विधायकों का नाम आलाकमान को सौंप दिया है.
विभाग बंटवारा रहेगा सीएम का विशेषाधिकार- बताया जा रहा है कि राजस्थान में कैबिनेट विस्तार के बाद विभाग बंटवारे का विशेषाधिकार सीएम के पास ही रहेगा. सूत्रों के अनुसार केसी वेणुगोपाल और अजय माकन के साथ सीएम अशोक गहलोत के बीच हुई मीटिंग में यह निर्णय लिया गया. वहीं आज मीडिया से बात करते हुए अजय माकन ने कहा कि हमने कैबिनेट विस्तार, राजनीतिक नियुक्ति और संगठन में विस्तार को लेकर अपने नेताओं से बातचीत की है. जल्द ही इस पर फैसला किया जाएगा.
Posted By : Avinish Kumar Mishra