बाड़मेर : राजस्थान में बाड़मेर जिले के कितनोरिया गांव में कोरोना वायरस संक्रमित मिले एक प्राचार्य के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने और असहयोग करने के आरोप में शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया. बाड़मेर के जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के एक प्राचार्य के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने, सरकारी निर्देशों की अवहेलना करने तथा सरकारी कर्मियों से असहयोग करने का मामला दर्ज कराया गया है.
उल्लेखनीय है कि जयपुर के रामगंज निवासी एक प्राचार्य लॉकडाउन नियमों को अनदेखा करते हुए पांच अप्रैल को जयपुर से रवाना होकर बाड़मेर पहुंचे थे. छह अप्रैल को कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के बाद उन्हें बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय के पृथक वार्ड में भर्ती कराया गया. इस वायरस से संक्रमित मिलने पर उन्हें जोधपुर रेफर कर दिया गया.
राज्य सरकार के आदेशों की अवहेलना करने और लॉकडाउन के बावजूद जयपुर से बाड़मेर आए प्राचार्य समेत सभी चारों कर्मियों को निलंबित किया जाएगा. जिला कलेक्टर ने सभी कर्मियों को माद्यमिक शिक्षा निदेशक से तुरन्त प्रभाव से निलंबित करने की अनुशंसा की हैं.
राजस्थान की राजधानी जयपुर में कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए दिन-रात सड़कों पर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों की रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ाने के लिए ‘सनराइज एग्रिलेंड डेवलपमेंट एंड रिसर्च’ की ओर से जूस के 12 हजार पैकेट भेंट किये गये.
कोरोना वायरस की महामारी में पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए दिन-रात सड़कों पर ड्यूटी कर रही है. ऐसी विषम परिस्थिति में यह जूस निश्चित रूप से पुलिसकर्मियों की रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता को बढ़ायेगा. जूस के इन 12 हजार पैकेट की कीमत लगभग 25 लाख रुपये है.
अशोक गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रथम
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रथम अशोक गुप्ता ने बताया कि कोरोना वायरस की महामारी में पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए दिन-रात सड़कों पर ड्यूटी कर रही है. ऐसी विषम परिस्थिति में यह जूस निश्चित रूप से पुलिसकर्मियों की रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता को बढ़ायेगा. जूस के इन 12 हजार पैकेट की कीमत लगभग 25 लाख रुपये है.