राजस्थान में विदेश से आए 684 नागरिक लापता हो गए हैं. जिससे प्रदेश की गहलोत सरकार के साथ ही केंद्र सरकार भी चिंताएं बढ़ गयी है. गहलोत सरकार इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए एक्शन मोड में आ गयी है और गृह विभाग ने सभी इंटेलिजेंस एवं सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों को सर्च अभियान में तेजी लाने के निर्देश दे दिये हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल में ही राजस्थान सरकार को इस मामले में निर्देश दिए थे. जिसके बाद राज्य सरकार ने एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया था. जिसमें सभी जिलों के एसपी को इन लापता लोगों को खोजने के आदेश दिए गए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा एजेंसी का यह दावा है कि प्रदेश में विदेशों से आए करीब 684 लोग लापता हैं. इनमें पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और म्यामांर के नागरिक शामिल हैं.
बता दें कि राजस्थान में बड़ी संख्या में पाकिस्तान से विस्थापित होकर आये लोग रहते हैं. जिन्हें ढूंढने के लिए केंद्र ने राज्य सरकार को निर्देश दिए थे. गहलोत सरकार ने एजेंसियों को इनका पता लगाने के साथ यह भी निर्देश दिया है कि सूबे में अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की निगरानी रखी जाए.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने देश भर में 4 लाख 21 हजार 255 विदेशी नागरिक के लापता होने की बात अपने एक रिपोर्ट में कही है. ये वो नागरिक हैं जो वीजा लेकर भारत तो आये लेकिन उसके बाद तय समय पर वापस नहीं लौटे और लापता हो गये. अब राष्ट्रीय सुरक्षा में सेंध का भय भी गहराने लगा है. राज्य सरकार ने प्रदेश में घुसपैठियों को पता लगाने के लिए कमेटी का गठन भी किया है.
बता दें कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने 1 जनवरी 2021 को राज्य सरकार को पत्र लिखकर कमेटी गठित करने के निर्देश दिया था. जिसके बाद राजस्थान सरकार ने गृह सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है और लापता घुसपैठियों को ट्रेस किया जा रहा है. साथ ही अवैध रूप से रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी करेगी.
Posted By: Thakur Shaktilochan