Rajasthan News: इस साल के अंत तक राजस्थान विधानसभा का चुनाव होना है. राजनीतिक दल अभी से ही शह और मात के खेल में जुट गये हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस का दावा है कि प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस चुनाव जीतेगी. कांग्रेस पार्टी नेताओं का कहना है कि राजस्थान का चुनाव एकजुट होकर लड़ा जाएगा. गौरतलब है कि राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच के कलह को पार्टी लगातार सुलझाने में लगी है. बीते दिन राहुल गांधी ने इसको लेकर सचिन पायलट से मुलाकात भी की थी. जिसकी जानकारी देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा था कि पार्टी सर्वोपरि है. उन्होंने कहा था कि हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे.
सचिन पायलट ने फिर दिखाए बगावती तेवर
राजस्थान चुनाव को लेकर कांग्रेस प्रदेश के दो बड़े नेताओं के बीज लंबे समय से जारी गतिरोध को दूर करने की कोशिश कर रही है. राहुल गांधी की मौजूदगी में दिल्ली में राजस्थान की सियासत को लेकर काफी देर चर्चा हुई. सचिन पायलट भी बैठक में मौजूद थे. बैठक में लगने लगा था कि काफी लंबी उलझन के बाद राजस्थान कांग्रेस में जारी विवाद सुलझ गया है, लेकिन दिल्ली में हुई सुलह के दो दिन बाद ही सचिन पायलट ने फिर बगावती तेवर दिखा दिए हैं.सचिन ने साफ कहा है कि वह अपनी मांगों से किसी प्रकार कोई समझौता नहीं करेंगे.
पायलट ने दिया अल्टीमेटम
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भ्रष्टाचार को लेकर सचिन पायलट जरा भी डिगने को तैयार नहीं हैं. वसुंधरा राजे की सरकार में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पायलट का अल्टीमेटम 31 मई को ही खत्म हो गया है. पायलट ने राजस्थान सरकार को तीन मांग सौंपे थे. बताया जा रहा है कि गहलोत ने उनकी मांगों को नजरअंदाज कर दिया. गौरतलब है कि पायलट ने धमकी दी थी कि अगर उनकी मांग नहीं मानी जाएगी तो राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा.
सहमति के बाद विरोध!
गौरतलब है कि गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कांग्रेस ने बीते सोमवार को कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हो गये हैं. उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि गहलोत और पायलट पार्टी के प्रस्ताव पर सहमत हो गए हैं. लेकिन अपने उठाये मुद्दों पर पीछे नहीं हटने की सचिन पायलट की बात ने चुनाव से पहले यह साफ जरूर कर दिया है कि राजस्थान कांग्रेस का विवाद अभी थमा नहीं है.
भाषा इनपुट के साथ