Jaipur Mahakhel: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जयपुर महाखेल के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में शुरू हुआ खेल आयोजनों और खेल महाकुंभ का सिलसिला एक बड़े बदलाव का परिचायक है. उन्होंने कहा कि खेल के मैदान से कोई खिलाड़ी खाली हाथ नहीं लौटता है.
पीएम मोदी ने कहा कि राजस्थान की भूमि अपने युवाओं के उत्साह और क्षमता के लिए जानी जाती है. उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है, इस वीर धरा की सन्तानें रणभूमि को भी अपने शौर्य से खेल का मैदान बना देती हैं. इसलिए अतीत से लेकर आज तक जब भी देश की रक्षा की बात आती है तो राजस्थान के युवा आगे खड़े होते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि ओलंपिक जैसी बड़ी वैश्विक प्रतियोगिताओं में भी अब सरकार पूरी शक्ति से अपने खिलाड़ियों के साथ खड़ी रहती है. TOPS जैसी स्कीम के जरिए वर्षों पहले से खिलाड़ी ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा कि भारत के प्रस्ताव पर यूनाइटेड नेशंस वर्ष 2023 को इंटरनेशनल मिलेट ईयर के तौर पर मना रहा है. राजस्थान तो मिलेट्स यानी मोटे अनाजों की श्री अन्न की बेहद समृद्ध परंपरा का घर ही है. राजस्थान का श्री अन्न-बाजरा और श्री अन्न-ज्वार यहां की पहचान है. मालूम हो कि इस कार्यक्रम का आयोजन पूर्व केंद्रीय मंत्री और जयपुर ग्रामीण से बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की ओर से किया जा रहा है.
जयपुर महाखेल आयोजन को संबोधित करते हुए सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा किआज इस महाखेल को देखकर मैं कह सकता हूं कि पीएम मोदी का कार्यकाल खेल और एथलीटों का स्वर्णिम युग लेकर आया है. जयपुर महाखेल, जो इस साल कबड्डी प्रतियोगिता पर केंद्रित है, 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस पर शुरू हुआ था. इसमें जयपुर ग्रामीण के तहत आने वाले सभी 8 विधानसभा क्षेत्रों की 450 से अधिक ग्राम पंचायतों, नगर पालिकाओं और वार्डों के 6400 से ज्यादा युवाओं और खिलाड़ियों की भागीदारी देखी गई है.