जयपुर : देश भर में बंद के बावजूद राजस्थान के अजमेर जिले के सरवाड़ कस्बे में एक धार्मिक कार्यक्रम के लिए 100 से अधिक लोग एकत्रित हुए, जिसके बाद उन्हें हटाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. घटना मंगलवार की है. धार्मिक कार्यक्रम में लोगों के एकत्रित होने की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उसने छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
परंपरा के अनुसार, सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की अजमेर दरगाह के खादिम हर साल सरवाड़ की इस दरगाह में चादर चढ़ाते हैं. अजमेर के पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि पुलिस ने इस उद्देश्य के लिए पांच व्यक्तियों को अनुमति दी थी, लेकिन बाद में कई अन्य लोग भी सरवाड़ की दरगाह में शामिल हो गये.
जब पुलिस ने बाकी लोगों को वहां से जाने को कहा, तो वे बहस करने लगे और इसके बाद उनकी पुलिस से भिड़ंत हो गयी. उन्होंने बताया कि पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके उन्हें वहां से खदेड़ा और छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
इधर, दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में राजस्थान के चुरु जिले के 18 लोग और टोंक जिले के चार लोगों सहित 22 लोग शामिल हुए थे. इन सभी को पृथक रखा गया है. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी.
अधिकारियों ने भाग लेने वालों के अपने-अपने जिलों में पहुंचने के बारे में सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें पृथक इकाई में भेज दिया और उनके नमूनों को कोरोना वायरस की जांच के लिए भेज दिया गया है.
चुरु जिला कलेक्टर संदेश नायक ने बताया, ‘हरियाणा के नौ लोग चुरु के मदरसे में ठहरे हुए थे, जबकि राज्य के नौ अन्य लोग सरदारशहर कस्बे में अपने-अपने घरों में थे. हमने सभी को पृथक इकाई में भेज दिया है.’
उन्होंने बताया कि ये लोग 18 मार्च और 22 मार्च के बीच राजस्थान वापस आये थे. इन्हें सरदारशहर और राजलदेसर में पृथक सुविधा कंद्रों में भेज दिया गया है. अन्य लोग, जो इनके संपर्क में आये थे, उन्हें घर में पृथक रखा गया है. इन सभी लोग राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन में शामिल हुए थे.
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को कहा कि धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले 24 लोगों में वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. चार अन्य लोग टोंक जिले में पिछले दो दिन पहले आये थे. टोंक जिला कलेक्टर किशोर कुमार शर्मा ने बताया कि हमने दिल्ली के तबलीगी जमात कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पिछले दो दिनों में लौटे चार लोगों को पृथक कर दिया है.
कलेक्टर ने कहा कि उनके नमूने ले लिये गये हैं. उन्हें जांच के लिये भेजा गया है. उन्होंने बताया कि टोंक के 14 अन्य लोगों ने भी धार्मिक कार्यक्रम में भाग लिया था, लेकिन वो 3 मार्च को लौटे थे. सभी की पहचान कर ली गयी है.
वहीं, राजस्थान के जमात-ए-इसलामी हिंद के प्रदेश अध्यक्ष मुहम्मद नाजिमुद्दीन ने एक बयान में आरोप लगाया कि प्रशासन अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए दिल्ली में निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज को निशाना बना रहा है.
उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात के जिम्मेदारों द्वारा बताया गया है कि उन्होंने प्रशासन से समय रहते वहां से निकलने के लिए मदद मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने मदद देने में लापरवाही की.