राजस्थान में विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के अंदर सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है. दरअसल, प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार में हुए कथित भ्रष्टाचार के विरुद्ध मंगलवार को यहां शहीद स्मारक पर एक दिवसीय ‘अनशन’ शुरू कर दिया है. ये अनशन एक दिन का है. शहीद स्मारक पर पहुंचने से पहले पायलट ने यहां 22 गोदाम सर्कल के समीप समाज सुधारक ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.
आज सुबह प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपने आवास से 22 गोदाम सर्कल पहुंचे और ज्योतिबा फुले को पुष्पांजलि अर्पित की. इसके बाद वह शहीद स्मारक के लिए रवाना हुए जहां बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद हैं. यहां चर्चा कर दें कि वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली पिछली भाजपा सरकार से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामलों के खिलाफ अशोक गहलोत सरकार द्वारा कार्रवाई की मांग को लेकर पायलट ने एक दिवसीय उपवास पर बैठने की घोषणा की है.
#WATCH | Rajasthan Congress leader Sachin Pilot at Shaheed Samark in Jaipur begins his daylong fast calling for action on alleged corruption during the previous BJP government in the state pic.twitter.com/PeFLSRbYMq
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 11, 2023
इधर सचिन पायलट के अनशन पर राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर ने कहा है कि राजस्थान सरकार का अंतर्कलह चरम पर है. जिस व्यक्ति ने सरकार के निर्माण में सबसे अहम भूमिका निभाई थी आज वे अनशन पर हैं और सहारा ले रहे हैं पूर्ववर्ती सरकार का…उनके मन में अपने अपमान और इस सरकार के भ्रष्टाचार की पीड़ा है.
वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने मंगलवार को ट्वीट किया कि राजस्थान कांग्रेस में घमासान सड़कों पर आया. गहलोत सरकार में महिलाओं पर अत्याचार, दलित शोषण, खान घोटालों और पेपर लीक घोटाले में कांग्रेस जन मौन क्यों हैं? पुजारी और संतों की मौत का जिम्मेदार कौन, तुष्टिकरण के मामलों से बहुसंख्यकों की विरोधी सरकार की दुर्गति निश्चित है.
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छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव ने राजस्थान में जारी सियासी हलचल पर बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने कहा है कि सचिन पायलट के द्वारा कोई लक्ष्मण रेखा पार किया गया है, ऐसा मुझे नहीं लगता है. यह कोई कांग्रेस विरोधी गतिविधि नहीं है. सचिन पायलट को ऐसा लगता होगा कि चुनाव के समय उन्हें मतदाता को जवाब देना पड़ेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने कहा था कि वसुंधरा राजे की सरकार में बहुत भ्रष्टाचार किया गया है और वह इसकी जांच कराएंगे. लेकिन उन्होंने नहीं करायी.
राजस्थान सरकार का अंतर्कलह चरम पर है। जिस व्यक्ति ने सरकार के निर्माण में सबसे अहम भूमिका निभाई थी आज वे अनशन पर हैं और सहारा ले रहे हैं पूर्ववर्ती सरकार का। उनके मन में अपने अपमान और इस सरकार के भ्रष्टाचार की पीड़ा है: सचिन पायलट के अनशन पर राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष… pic.twitter.com/047knasxu1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 11, 2023