जयपुर/शामलाजी (गुजरात) : उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और बिहार के 500 से अधिक प्रवासी मजदूर राजस्थान पुलिस द्वारा राज्य में प्रवेश से रोके जाने के बाद गुजरात के सीमावर्ती शहर में शामलाजी में फंस गये हैं. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उपमहानिरीक्षक (गांधीनगर रेंज) मयंकसिंह चावड़ा ने बताया कि इस संबंध में सूचना मिलने के बाद वह मौके पर पहुंचे, जिसके बाद इन मजदूरों को गुजरात के आश्रय गृहों में पहुंचाया गया.
गुजरात से हजारों प्रवासी मजदूर पिछले सप्ताह लॉकडाउन की घोषणा के बाद राजस्थान पहुंचने के लिए पैदल ही चल पड़े थे. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया था. दक्षिणी उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश में नीमच और खजुराहो के आसपास के हिस्सों के मजदूर गुजरात में अरावली जिले के शामलाजी के रास्ते से राजस्थान पहुंचते हैं.
चावड़ा ने कहा, ‘यह सच है कि राजस्थान पुलिस ने सोमवार को गैर राजस्थानी मजदूरों को पकड़ लिया और उन्हें सीमा से वापस भेज दिया. राजस्थान के लोगों को उनके गांव जाने दिया गया, जबकि अन्य राज्यों के प्रवासियों को गुजरात लौट जाने को कहा गया है.’ उन्होंने कहा, ‘गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार हम अब उनकी देखभाल कर रहे हैं और हमने उनका मेडिकल परीक्षण करने के बाद उन्हें आश्रयगृहों में पहुंचाना शुरू किया है.’
कुछ मजदूरों ने कहा कि राजस्थान पुलिस उन्हें घर तक भोजन एवं गाड़ी की सुविधा प्रदान करने के बहाने उन्हें शामलाजी तक ले गयी. उत्तर प्रदेश के एक मजदूर ने कहा, ‘राजस्थान पुलिस ने करीब हम 500 लोगों को अपने वाहनों में बैठने को कहा, जबकि हम पैदल ही राजस्थान में काफी दूरी तय कर चुके थे. भोजन और गाड़ी की सुविधा की बजाय हमें गुजरात सीमा पर वापस पहुंचा दिया गया. हमारे पास पीने के लिए पानी तक नहीं है.’
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. राज्य के सबसे ज्यादा प्रभावित जिला भीलवाड़ा में हालांकि संक्रमित लोगों की संख्या में उतनी तेजी से वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन सरकार और प्रशासन अब कोई खतरा मोल लेने के लिए तैयार नहीं है. यही वजह है कि भीलवाड़ा में 10 दिनों के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है.