जयपुर : तबलीगी जमात ने राजस्थान की चिंता बढ़ा दी है. दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के कार्यक्रम से लौटने वालों ने पूरे राज्य में कोरोना वायरस के जानलेवा विषाणु को फैला दिया है. भीलवाड़ा शहर एवं जयपुर के रामगंज इलाके के बाद तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के संक्रमित होने के बढ़ते मामले राज्य के स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक अधिकारियों के लिए नयी चुनौती बन गये हैं.
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राज्य में तबलीगी जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आये लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कम से कम 41 मामले अब तक सामने आ चुके हैं. पूरे राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 200 के पार हो चुकी है. राज्य में तबलीगी जमात से जुड़े लोगों या उनके संपर्क में आये लोगों के कोरोना वायरस संक्रमित पाये जाने के मामले तेजी से सामने आये हैं.
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि नयी दिल्ली के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होकर या मरकज के आसपास के इलाके से यहां आये या इन लोगों के संपर्क में आये 700 से ज्यादा लोग राजस्थान में हैं. मरकज से लौटे तबलीगी जमात के चार लोगों के संक्रमित होने का पहला मामला बुधवार को टोंक में सामने आया था. इसके बाद शनिवार सुबह तक ऐसे 41 लोग सामने आ चुके हैं. इनमें तबलीगी जमात के सदस्यों के अलावा उनसे संपर्क में आये लोग भी शामिल हैं.
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के 33 में से 18 जिलों में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं. इनमें भी टोंक, भरतपुर, धौलपुर, दौसा और बीकानेर ऐसे जिले हैं, जिनमें सामने आये पहले मामले तबलीगी जमात के सदस्यों से जुड़े हैं.
राजस्थान पुलिस में अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) खुफिया उमेश मिश्रा ने कहा, ‘हमने अब तक जमात से जुड़े 703 लोगों को चिह्नित किया है. इनमें दिल्ली में मरकज में धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए लोग और उन लोगों के संपर्क में आये व्यक्ति शामिल हैं. इस तरह के और लोगों को चिह्नित करने का काम लगातार चल रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘इन 703 लोगों में से 381 दूसरे राज्यों के और 10 नेपाल के हैं. इस तरह के लोगों को घर पर पृथक वास में रखा गया है या अस्पतालों में पृथक वार्ड में रखा गया है. जमात से जुड़े लोगों की उपस्थिति और आवागमन चुरु, झुंझुनूं, सीकर, अलवर, भरतपुर और टोंक जिले के मुस्लिम बहुल इलाकों में ज्यादा देखा गया है. हनुमानगढ़, गंगानगर, करौली, जोधपुर, बाड़मेर, जयपुर और दौसा में भी ये लोग मिले हैं.’
मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा, ‘हमारे लिए शुरुआती चुनौती भीलवाड़ा था, लेकिन उसके बाद जयपुर के रामगंज में वायरस संक्रमण के मामले अचानक बढ़ गये. अब तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के मामले नयी चुनौती बन गये हैं. ऐसे मामलों की शुरुआत टोंक से हुई, जहां पहले ही कर्फ्यू लगा है और लोगों को चिह्नित किया जा रहा है.’
राजस्थान में अब तक कोरोनो वायरस संक्रमण के सबसे अधिक 55 मामले जयपुर से हैं, जिनमें से 13 लोग तबलीगी जमात के सदस्य हैं. हालांकि, राज्य सरकार इस जानलेवा विषाणु के खात्मे के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है और लोगों को जागरूक भी कर रही है, ताकि वे इसके संक्रमण से बचे रहें. लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है और जहां भी इस वायरस के फैलने का खतरा है, वहां कर्फ्यू लगा दिया गया है.