Jharkhand News: रामगढ़ जिले के मांडू प्रखंड अंतर्गत पिंडरा पंचायत की रौंता बस्ती स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में तीन वर्षों से जलमीनार की मोटर खराब है. इससे स्कूल के बच्चों को पेयजल की समस्या हो रही है. स्कूल के कई शौचालयों में ताला लगा हुआ है. महज एक-दो शौचालयों का ही उपयोग किया जा रहा है. इस स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या 80-85 है. मजबूरी में बच्चों को पीने के लिए पानी अपने घर से लाना पड़ रहा है. शिक्षक द्वारा अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी पानी की किल्लत बरकरार है.
शिकायत के बाद भी नहीं हुई पहल
स्कूल के शिक्षक लालदेव मांझी ने बताया कि स्कूल के चापाकल में मोटर लगी हुई है. मोटर के माध्यम जलमीनार में पानी पहुंच रहा था, लेकिन चापाकल के अंदर ही मोटर चली गयी. इसके बाद से पानी की समस्या बढ़ गयी है. सरकारी फंड से ग्रामीणों की सुविधा के लिए स्कूल के पास चापाकल लगाया गया है. तीन वर्षों से इसी चापाकल के पानी पर बच्चे आश्रित हैं. इस चापाकल से पानी लाकर शौचालय में उपयोग किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि रसोईया को बच्चों के लिए खाना बनाने में काफी दिक्कत होती है. रोज चापाकल से पानी ढोकर लाना पड़ रहा है.
चापाकल की मोटर दुरुस्त करने की मांग
इस मामले की शिकायत कई बार विभागीय अधिकारी से की गयी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. हर बार टाल-मटोल कर दिया गया. रसोईया ने कहा कि पानी ढोकर लाते हैं फिर खाना बनाते हैं. इससे काफी परेशानी हो रही है. ऐसे में काफी समय खाना बनाने में लग जा रहा है. स्कूल की जलमीनार ठीक रहने से परेशानी नहीं हो रही थी. स्कूल के शिक्षक ने विभागीय अधिकारियों से चापाकल की मोटर को ठीक कराने की मांग की है.
रिपोर्ट : वकील चौहान, केदला, रामगढ़