Jharkhand News: रामगढ़ के रजरप्पा में गंगा दशहरा के अवसर पर मंगलवार को देवनद दामोदर महोत्सव का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि दामोदर नद केवल जलस्रोत नहीं है. दामोदर के उद्गम स्थल पर देवताओं का घर है. दामोदर नद भगवान से कम नहीं है. इससे झारखंड के किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलती है. पेयजल भी मिलता है और महिलाएं भी इसका उपयोग करती हैं. उन्होंने नदियों को स्वच्छ रखने का संकल्प लेने को कहा.
नदियों को साफ रखना हर नागरिक का कर्तव्य
राज्यपाल ने रजरप्पा मंदिर के संदर्भ में कहा कि यह मंदिर जंगलों, नदियों एवं सौंदर्य से घिरा हुआ है. मंदिर काफी सुंदर है. लोगों की धार्मिक आस्था है. वह रजरप्पा के इस पवित्र धरती में आकर काफी खुशी महसूस कर रहे हैं. कहा कि जिस तरह गुजरात में साबरमती नदी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच से स्वच्छ बना दिया गया, उसी तरह विधायक सरयू राय की सोच से दामोदर नद स्वच्छ हो गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार को भी इस ओर पहल करनी होगी. नदियों को स्वच्छ रखना राज्य के सभी नागरिकों का भी कर्तव्य है.
दामोदर को औद्योगिक प्रदूषण से मुक्त कराना है : सरयू राय
विधायक सरयू राय ने कहा कि इस वर्ष 44 स्थानों पर दामोदर महोत्सव मनाया जा रहा है. वर्ष 2004 में दामोदर नद में छाई और राख बहती है. इसे हमने स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया. वर्ष 2016 में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मिल कर इस दिशा में कार्रवाई करने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि औद्योगिक प्रदूषण से दामोदर को मुक्त करना है.
दामोदर का पानी पीने योग्य बनाना हम सबकी जिम्मेवारी : जयप्रकाश भाई पटेल
विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने इस कार्यक्रम में सभी से सहयोग करने को कहा. झारखंड खनिज संपदा से भरा हुआ है. इसके बावजूद झारखंड के लोग गरीब हैं. निरंतर प्रयास से आज दामोदर का पानी पीने योग्य हो गया है. अतिथियों ने झारखंड के उत्कृष्ट विद्यालय के पुस्तक का विमोचन किया. इससे पूर्व, राज्यपाल का स्वागत मोमेंटो व छिन्नमस्तिके मंदिर का प्रतीक चिह्न देकर किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक सरयू राय ने की. संचालन संयोजक पंचम चौधरी व धन्यवाद ज्ञापन आशीष शीतल ने किया.
नमामि गंगे योजना के तहत हस्ताक्षर अभियान में राज्यपाल ने भाग लिया
इस दौरान मिशन लाइफ कैंपेन के तहत छिन्नमस्तिके मंदिर परिसर में हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया गया. इसमें राज्यपाल ने हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की. इसमें जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय, मांडू के विधायक जयप्रकाश भाई पटेल शामिल हुए. मौके पर श्रद्धालुओं एवं आम जनों को नमामि गंगे योजना के उद्देश्यों एवं गंगा और उसकी सहायक नदियों सहित अन्य नदियों, जल स्रोतों को स्वच्छ रहने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति जागरूक किया गया.
चार घंटा रुके राज्यपाल
राज्यपाल सड़क मार्ग से होकर दोपहर 3:55 बजे सबसे पहले भुचुंगडीह स्थित पंचायत कार्यालय पहुंचे. यहां रामगढ़ उपायुक्त माधवी मिश्रा व हजारीबाग एसपी मनोज रतन ने स्वागत किया. यहां संवाद कार्यक्रम में शामिल होने के बाद रजरप्पा मंदिर पहुंचे. भुचुंगडीह और रजरप्पा मंदिर क्षेत्र में राज्यपाल लगभग चार घंटा ठहरे.
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सुरक्षा का था पुख्ता इंतेजाम
राज्यपाल के आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया था. चितरपुर रजरप्पा मोड़ से लेकर रजरप्पा मंदिर परिसर तक चप्पे-चप्पे पर के दंडाधिकारी और पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया था. मौके पर एसडीओ मो जावेद हुसैन, डीटीओ सौरभ प्रसाद, एसडीपीओ किशोर कुमार रजक, चितरपुर बीडीओ उदय कुमार, दुलमी बीडीओ रवींद्र कुमार, सीओ तृप्ति विजया कुजूर, मांडू सीओ जयकुमार राम, पतरातू सीओ शिवशंकर पांडेय, रजरप्पा थाना प्रभारी हरिनंदन सिंह, परियोजना निदेशक प्रवीण कुमार सिन्हा तैनात थे.