गोला (रामगढ़) : गोला में रेड जोन से लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को होम कोरेंटिन किये जाने के मामले को उपायुक्त ने गंभीरता से लिया है. उपायुक्त ने गोला प्रखंड विकास पदाधिकारी व चिकित्सा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है. उपायुक्त ने दोनों पदाधिकारियों से कहा है कि इस तरह की लापरवाही के लिए क्यों नहीं आपके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जाये. स्पष्टीकरण मांगे जाने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों सुतरी गांव के 18 मजदूर रेड जोन महाराष्ट्र के ठाणे से लौटे थे. मजदूरों का थर्मल जांच करने के बाद उन्हें होम कोरेंटिन में भेज दिया गया था. इसके अलावे 25 मई को मुंबई से लौटे 6 परिवार को भी होम कोरेंटिन किया गया था. परिजनों की मांग पर उन्हें पंचायत भवन हुप्पू में रखा गया.
ग्रामीणों द्वारा विरोध करने के बाद 27 मई को सैंपल लेकर इन्हें सरकारी कोरेंटिन में रखा गया, जबकि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने रेड जोन एवं हॉटस्पॉट जिलों से आनेवालों को अनिवार्य रूप से सैंपल जांच कराना और रिपोर्ट आने तक उन्हें सरकारी कोरेंटिन में रखने का निर्देश दिया है. इसी निर्देश के आलोक में लापरवाही को देखते हुए उपायुक्त ने दोनों अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है.
Posted By : Samir ranjan.