रजरप्पा (रामगढ़), सुरेंद्र कुमार/शंकर पोद्दार : रामगढ़ उपचुनाव में एनडीए और यूपीए का प्रतिष्ठा दांव पर लगा हुआ है. यहां का फैसला आगामी 2024 में होने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनाव का दिशा और दशा भी तय करेगा. इसलिए रामगढ़ विधानसभा सीट को कई मायनों में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस सीट को हासिल करने के लिए एनडीए और यूपीए के कदावार नेताओं ने जमकर पसीना बहाये हैं. 27 फरवरी को हुए इस उपचुनाव में कुल 18 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गयी है. आगामी दो मार्च, 2023 को काउंटिंग में मामला साफ हो जाएगा.
यूपीए ने अपने प्रत्याशी की जीत को लेकर झोंकी थी ताकत
जानकारी के अनुसार, यूपीए और एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में मुख्यमंत्री समेत राज्य के कई मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व उप मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक सहित कई दिग्गज नेताओं ने काफी मेहनत किये. सभी दिग्गज अपने-अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए कोई कसर नहीं छोड़े. यूपीए प्रत्याशी बजरंग महतो के पक्ष में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गोला, दुलमी, चितरपुर, रकुवा एवं रामगढ़ में पांच चुनावी सभा को संबोधित किया. इसके अलावे इनके समर्थन में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, बाल समाज कल्याण मंत्री जोबा मांझी, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, सांसद गीता कोड़ा, विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह, शिल्पी नेहा तिर्की, अंबा प्रसाद, दीपिका सिंह पांडेय, पूर्णिमा सिंह, राजेश कच्छप, कालीचरण मुंडा, भूषण बाड़ा, सोनाराम सिंकू, सबीता महतो, मथुरा महतो, पूर्व मंत्री सुबोधकांत सहाय सहित कई दिग्गजों ने जोर लगाया.
एनडीए प्रत्याशी को जिताने पार्टी नेताओं ने लगाया था जोर
वहीं, एनडीए प्रत्याशी सुनीता चौधरी को जिताने में पूर्व उप मुख्यमंत्री सह विधायक सुदेश महतो, सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी दिनरात एक किये हुए थे. इनके पक्ष में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, मंत्री अन्नपूर्णा देवी, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, सांसद जयंत सिन्हा, आदित्य साहू, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, जमशेदपुर के सांसद विद्युतवरण महतो, पुरुलिया के सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो, गोमिया विधायक लंबोदर महतो, कोडरमा के पूर्व सांसद रवींद्र राय समेत कई दिग्गज भी इस सीट को एनडीए की झोली में डालने के लिए जोर लगा चुके है. यह सीट दोनों खेमे के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. दोनों ओर से इस सीट पर जीत का दावा किया गया है.