संजय शुक्ल, रामगढ़: झारखंड सरकार आयुष चिकित्सा को जन -जन तक पहुंचाने के लिए प्राथमिकता के साथ काम कर रही है. झारखंड बनने के बाद रामगढ़ जिला में 20 आयुष चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. इसमें 16 हेम्योपैथी, दो यूनानी व दो आयुर्वेद के चिकित्सक हैं. सरकार लगातार इस चिकित्सा व्यवस्था में सुधार कर रही है. रामगढ़ जिला आयुष विभाग ने 20 चिकित्सकों को जिला के अलग-अलग पीएचसी व स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिनियुक्त किया है. इस वर्ष 20 चिकित्सकों ने अपनी सेवा शुरू कर दी है. चिकित्सक प्रतिनियुक्ति वाले स्थान पर सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक ओपीडी में सेवा दे रहे हैं.
जिला आयुष विभाग ने प्रतिनियुक्त चिकित्सकों को जिला के अलग-अलग एचएससी में प्रतिनियुक्त किया है. इन चिकित्सकों में आयुष कार्यालय सह चिकित्सालय में आयुर्वेद चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नरेंद्र तिवारी, पंचकर्मा सेंटर में डॉ विनोद कुमार गुप्ता, यूनानी चिकित्सक डॉ अहमद अनवर मजहर को एसएचसी टेरपा पालू, एचएससी लारी में डॉ मो यूनुस को प्रतिनियुक्त किया गया है. 16 होम्योपैथी चिकित्सकों में एचएससी देवरिया पतरातू में डॉ केएम ज्योति, एचएससी पीरी में डॉ महवास रफीक,
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एचएससी हफुआ में डॉ देवेंद्रनाथ तिवारी, एचएससी कुसरिया में डॉ प्रिया कुमारी, एचएससी झूमरा में डॉ सुरभि कुमारी, एचएससी सुथरपुर में डॉ मो नदीम, एचएससी निम्मी में डॉ घनश्याम कुमार, एचएससी सोसो रामगढ़ में डॉ प्रियंका ठाकुर, एचएससी जमीरा में डॉ दीपशिखा कुमारी, एचएससी पुरबडीह में डॉ संगीता कुमारी, एचएससी रजरप्पा हेसापोड़ा में डॉ सुजाता कुमारी, एचएससी बुभई में डॉ मनोहर मुंडा, एचएससी कुजू में डॉ दीपिका मेहता, एचएससी फुलसराय में डॉ राजीव पटेल को प्रतिनियुक्त किया गया है. इन प्रतिनियुक्त आयुष चिकित्सकों द्वारा आयुर्वेद, यूनानी व होम्योपैथी की जांच के बाद कई दवा मरीजों को मुफ्त में दी जाती है.
रामगढ़ जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ पीएन जैन ने बताया कि जिला के अलग-अलग पीएचसी में होम्योपैथी, यूनानी व आयुर्वेद की चिकित्सा सेवा दी जा रही है. सभी चिकित्सक नियमित रूप से सेवा दे रहे हैं. तीनों चिकित्सा पद्धति काफी प्राचीन है. अधिक से अधिक लोग इस चिकित्सा को लाभ ले सकते हैं.