रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर पहली बार पलटवार किया है. मोमेंटम झारखंड में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पहली बार रघुवर दास ने हेमंत सोरेन को जवाब दिया है. श्री दास ने शुक्रवार को राजधानी रांची में कहा कि आयोजन में पूरी पारदर्शिता बरती गयी. सरकार चाहे जिस एजेंसी से जांच करवा ले. सरकार ने 9 जनवरी, 2020 को रघुवर दास समेत कई आइएएस अधिकारियों के खिलाफ एसीबी में केस दर्ज करवाया है.
श्री दास ने कांके रोड स्थित एलपीएन शाहदेव चौक पर 10 जनवरी, 2020 को जस्टिस शाहदेव को श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से यह बात कही. श्री दास ने कहा कि मोमेंटम झारखंड में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ. पूरी पारदर्शिता बरती गयी. इस बारे में कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की जानकारी ले सकता है. उन्होंने कहा कि झारखंड में नयी सरकार बन चुकी है. वह जिस एजेंसी से चाहें, जांच करवा लें. उन्होंने दावे के साथ कहा कि मोमेंटम झारखंड में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ. श्री दास ने कहा कि ‘सांच को आंच’ कैसा.
उल्लेखनीय है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और उसकी सहयोगी पार्टियों कांग्रेस एवं राष्ट्रीय जनता दल ने बार-बार कहा है कि निवेश आकर्षित करने के नाम पर मोमेंटम झारखंड का आयोजन किया गया. इसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ. इतना ही नहीं, भाजपा विरोधी दलों ने यहां तक आरोप लगाया है कि मोमेंटम झारखंड में फर्जी एमओयू हुए. कुछ खास कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया.
इसी मुद्दे पर रघुवर दास ने आज हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार पर यह बड़ा पलटवार किया. ज्ञात हो कि झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद पहली बार प्रदेश के पूर्व मुखिया रघुवर दास ने सार्वजनिक रूप से नयी सरकार पर कोई बयान दिया है. उनसे पूछा गया था कि नयी सरकार ने उनके खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) में मुकदमा दर्ज कराया गया है.