रांची. शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर प्रशासक शशि रंजन ने शनिवार को निगम के पदाधिकारियों, जोनल व वार्ड सुपरवाइजर सहित इंफोर्समेंट टीम के साथ बैठक की. श्री रंजन ने कहा कि बिल्डिंग बायलॉज के मुताबिक नदी और नालों के 15 मीटर के दायरे में भवन या किसी प्रकार का निर्माण नहीं कराया जा सकता है. ऐसा करना नदी-नाला का अतिक्रमण माना जायेगा. इसके लिए उन्होंने टीम गठित करने का निर्देश दिया. श्री रंजन ने कहा कि गठित टीम नदी-नालों का सर्वे कर ऐसे निर्माण को चिह्नित कर कार्रवाई करेगी. बैठक में अपर प्रशासक कुंवर सिंह पाहन, सहायक प्रशासक शीतल कुमारी सहित अन्य उपस्थित थे.
खुले में कचरा फेंकने वालों से वसूलें जुर्माना
प्रशासक ने इंफोर्समेंट अफसरों को निर्देश दिया कि खुले में कचरा फेंकने वालों से जुर्माना वसूलें. उन्होंने सुपरवाइजरों को निर्देश दिया कि डोर टू डोर कचरा उठाव का कार्य व्यवस्थित हो, इसके लिए बिट प्लान तैयार करें. गलियों के लिए भी टाइम टेबल निर्धारित करें, ताकि सभी घरों से समय पर कूड़े का उठाव हो सके. उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर का उपयोग सिर्फ डस्टबिन और रोड पर जमा कूड़े को उठाने में करें. घरों से निकलने वाले कूड़े को ट्रैक्टर पर नहीं लें. उन्होंने कहा कि कई वार्ड में ऐसा देखा जा रहा है कि आम लोगों द्वारा घर के आसपास के खाली स्थानों में ही कूड़ा फेंका जा रहा है. इस वजह से सड़क या नाली के किनारे कूड़े का ढेर लग रहा है. इसे चिह्नित करते हुए वहां नो डंपिंग जोन बनाने का निर्देश दिया.
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…इधर, खोदे गये नाले के ऊपर टेबल लगा लोगों को खिला रहे खाना
रांची. स्टेशन रोड में जलजमाव को देखते हुए नगर निगम नाले की खुदाई कर नये सिरे से निर्माण करा रहा है. इधर, फुटपाथ दुकानदारों ने खोदे गये नाले को बांस-बल्ली से ढंक दिया़ इसके ऊपर कुर्सी-टेबल लगाकर लोगों को खाना खिला रहे हैं. खाना खाने वाले लोगों में बच्चे, बड़े व महिलाएं शामिल हैं. शायद इन लोगों को यह पता नहीं है कि अगर बांस टूटा, तो वे सीधे गहरे नाले में गिरेंगे. दुकानदार लोगों की जान की परवाह किये बिना नाले के ऊपर बैठाकर खाना खिला रहे हैं.