रांची : झारखंड में अगले साल यानी 2021 में होने वाली मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा के प्रश्नों में बदलाव किए जायेंगे. इसके तहत जहां ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या बढ़ाई जायेगी, वहीं सब्जेक्टिव प्रश्नों में ज्यादा विकल्प दिए जायेंगे. झारखंड स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग इसके लिए सीबीएसई समेत दूसरे राज्यों के परीक्षा पैटर्न का स्टडी कर रहा है. आपको बता दें कि सिलेबस में पहले ही 40 फीसदी की कटौती की जा चुकी है. शेष 60 फीसदी सिलेबस से ही प्रश्न पूछे जायेंगे.
झारखंड स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने कोरोना महामारी की वजह से सिलेबस में कटौती की. इसके बाद सीबीएसई, ओडिशा और राजस्थान बोर्ड द्वारा अपनाए जा रहे मापदंडों की स्टडी कर रहा है. इतना ही नहीं, झारखंड में जैक (झारखंड एकेडमिक काउंसिल) द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्न पत्रों को भी देखा जा रहा है. आपको बता दें कि मैट्रिक और इंटरमीडिएट 2021 की परीक्षाएं मार्च में होंगी.
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने सिलेबस में 40 फीसदी की कटौती कर दी है. शेष 60 फीसदी सिलेबस से ही प्रश्न पूछे जायेंगे. सभी विषयों के 60-60 फीसदी सिलेबस के हर चैप्टर से प्रश्न पूछने की तैयारी की जा रही है. झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक डॉ शैलेश चौरसिया के अनुसार सीबीएसई का परीक्षा पैटर्न और मार्किंग पैटर्न आसान होता है. उसका अध्ययन किया जा रहा है. अन्य राज्यों के परीक्षा पैटर्न की भी जानकारी ली जा रही है. इसके बाद निर्णय लिया जायेगा.
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मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों के लिए अगले माह दिसंबर से मॉडल प्रश्न पत्र जारी किए जायेंगे. इसमें प्रश्नों के पैटर्न में बदलाव संबंधित जानकारी दी जायेगी. ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या बढ़ाने और सब्जेक्टिव में ज्यादा विकल्प की जानकारी परीक्षार्थियों को मिल जायेगी. मॉडल प्रश्न के साथ उसके उत्तर भी दिये जायेंगे. आपको बता दें कि कोरोना महामारी की वजह से राज्य के स्कूल बंद हैं.
Posted By : Guru Swarup Mishra