Coal India news, first woman underground mine officer रांची : कोल इंडिया के इतिहास में पहली बार किसी महिला अधिकारी की पोस्टिंग भूमिगत खदान में की गयी है. हजारीबाग निवासी महिला खनन अधिकारी अाकांक्षा की पोस्टिंग सीसीएल ने एनके एरिया के चूरी माइंस में की है. बड़कागांव की रहनेवाली अाकांक्षा ने मंगलवार को नाॅर्थ कर्णपुरा की चूरी भूमिगत खदान में योगदान दे दिया है. आकांक्षा पूरे कोल इंडिया की दूसरी और भूमिगत खदान में योगदान देनेवाली पहली महिला माइनिंग इंजीनियर हैं. इधर, केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्विट कर आकांक्षा को बधाई दी है. उन्होंने कहा है कि कोयला मंत्रालय ने लैंगिग समानता के लिए पहल की है.
आकांक्षा ने अपनी स्कूली पढ़ाई नवोदय विद्यालय से की है. उन्होंने बचपन से ही अपने आसपास कोयला खनन की गतिविधियों को करीब से देखा है. इस कारण खनन के प्रति उनकी रुचि शुरू से रही है. वर्ष 2018 में बीआइटी सिंदरी, धनबाद से माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की. कोल इंडिया में योगदान देने से पहले उन्होंने तीन वर्षों तक हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की राजस्थान स्थित बल्लारिया खदान में कार्य किया. आकांक्षा के पिता शिक्षक हैं और माता गृहिणी हैं.
आकांक्षा ने बताया कि वह पहले मेटल माइंस में काम कर चुकी हैं. उन्हें खनन क्षेत्र की चुनौतियों का पता है. उनका घर खनन क्षेत्र के आसपास ही है. इस कारण खनन को लेकर बचपन से जिज्ञासा थी. जब इंजीनियरिंग में नामांकन का मौका मिला, तो उन्होंने खनन को चुना. कोल इंडिया में काम करने को लेकर उत्साहित हैं. वह कहती हैं कि भूमिगत खदान की हर चुनौती का सफलता से सामना करूंगी.
Posted BY : Sameer Oraon