कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने भाजपा को लेकर विवादित बयान दिया. श्री तिर्की ने सोमवार को राजभवन के समक्ष महागठबंधन द्वारा आयोजित धरना को संबोधित करते हुए कहा : राज्यपाल ने रायपुर में जाकर जिस प्रकार की भाषा का प्रयोग किया है, यह कतई माफ करने लायक नहीं है. दो तरह की बात नहीं चलेगी. हम जांच के विरोध में नहीं हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं. जांच करना है, तो जांच करें, लेकिन अगर राजनीतिक प्रतिशोध झारखंड में करोगे, तो कुचल दिये जाओगे, इसलिए मैं आप लोगों से अपील करता हूं.
यह साधारण या चुनावी सभा नहीं है. यह आम धरना-प्रदर्शन नहीं है. एक-एक लोग जाओ और भाजपा के काले कारनामे को उजागर करो. अगर जरूरत पड़े, तो पटक-पटक कर मारने का काम करो. उन्होंने कहा कि लोग कहेंगे बंधु तिर्की ने अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया है.
यह सोशल मीडिया में भी खूब चलेगा, लेकिन बंधु तिर्की जैसा है, वैसा है. छह लाख में मेरी विधायकी चली गयी. भाजपा नेताओं की जांच करा लो, उनकी संपत्ति छह लाख है कि छह करोड़, पता चल जायेगा. इसलिए हमें डरना नहीं है. ये लोग 2024 का तानाबाना बुन रहे हैं. इसलिए आने वाले दिनों में बड़ी लड़ाई लड़नी है. हेमंत सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.
कांग्रेस नेता बंधु तिर्की के बयान को लेकर भाजपा ने आपत्ति जतायी है़ भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी और प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने तीखी प्रतिक्रिया दी है़ श्री मरांडी ने कहा है कि राज्य सरकार की लोगों को धमकी देनेवाली नीति नहीं चलेगी़ भाजपा कार्यकर्ता डरनेवाले नहीं है़ं उन्होंने कहा कि सरकार की सहयोगी पार्टी के नेता भाजपा कार्यकर्ता को पटक-पटक कर मारने की धमकी देते है़ं.
श्री मरांडी ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप स्वयं को झारखंड का मालिक न समझे़ं. आपके लोग भाजपा कार्यकर्ता को सबक सिखाने की धमकी देते है. श्री मरांडी ने कहा कि अच्छा होता कि मुख्यमंत्री जांच में एजेंसी को सहयोग करते और निर्दोष होने का प्रमाण देते़. पर हिंसा और धमकी की संस्कृति के सहारे भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश हो रही है़, लेकिन इन धमकियों से भाजपा कार्यकर्ता डरनेवाले नहीं है.
उन्होंने सीएम से कहा : राज्यवासियों के हित में आपको और आपके भ्रष्ट सहयोगियों को भाजपा कार्यकर्ता गांधीवादी तरीके से सत्ता से बेदखल कर ही चैन लेंगे. इधर भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि कांग्रेस नेता विकृत मानसिकता वाले हो गये हैं, शायद इसलिए गांधी जी ने अपने अंतिम दिनों में कांग्रेस को भंग करने की बात कही थी़. कांग्रेस अब भ्रष्टाचार और अराजकता का पर्याय बन गयी है, इसलिए मुख्यमंत्री और उनके लोग भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए हल्की बातें कह रहे है़ं