रांची : कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से घोषित लॉकडाउन के कारण जहां-तहां फंसे झारखंड के प्रवासी मजदूरों को राज्य सरकार से राहत दिलाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक ने उपवास शुरू कर दिया है. विधायक का आरोप है कि हेमंत सोरेन सरकार दूसरे प्रदेशों में फंसे अपने राज्य के मजदूरों की मदद नहीं कर रही है. भाजपा विधायकों भानु प्रताप शाही और नवीन जायसवाल के उपवास को पार्टी के कई बड़े नेताओं का समर्थन मिला है.
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गढ़वा जिला के भवनाथपुर क्षेत्र के विधायक और प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री शाही ने शुक्रवार (17 अप्रैल, 2020) को अपने कांके रोड स्थित उमाशांति अपार्टमेंट में अपने आवास में एक दिवसीय उपवास शुरू किया. इसी तरह प्रवासी मजदूरों तक सहायता पहुंचाने के प्रति झारखंड सरकार के उदासीन एवं असहयोगात्मक रवैये के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोधस्वरूप हटिया विधायक नवीन जायसवाल भी अपने आवासीय परिसर में एकदिवसीय उपवास (अनशन) पर बैठे हैं.
श्री जायसवाल ने कहा कि झारखंड सरकार प्रवासी मजदूरों के साथ क्रूर मजाक कर रही है. प्रवासी मजदूरों के लिए 25 लाख रुपये ही उपलब्ध कराये गये हैं. यह पैसे सिर्फ 1,250 मजदूरों में ही बंट जायेगा. सरकार यह भूल रही है कि हर विधानसभा के औसतन 25,000 श्रमिक अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं.
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भाजपा विधायक ने कहा है कि ऐसी विपदा की घड़ी में झारखंड सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाकर ऐसे मजदूरों तक आवश्यक सुविधा उपलब्ध करायी जाये. वहीं, भानु प्रताप शाही ने कहा है कि वह एक दिन का उपवास कर रहे हैं. उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि अपने राज्य के लोगों के समर्थन में सभी अपने-अपने घर में रहकर उपवास करें और उनके अभियान का समर्थन करें.
भानु प्रताप और नवीन जायसवाल की पहल का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और पूर्व खेल मंत्री अमर बाउरी समेत अन्य नेताओं ने समर्थन किया है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री प्रकाश ने कहा कि आज पार्टी के नेता और भवनाथपुर के विधायक भानु प्रताप शाही उन कामगारों के समर्थन में एक दिन का उपवास कर रहे हैं, जो अन्य राज्यों में फंसे हैं.
श्री प्रकाश ने कहा कि आजीविका की तलाश में दूसरे राज्यों में गये कामगार तो वहां परेशान हैं ही, यहां रहने वाला उनका परिवार भी आर्थिक तंगी से जूझ रहा है. ऐसे लोगों के समर्थन में शाही का उपवास सराहनीय है. पूर्व मंत्री अमर कुमार बाउरी ने भी विधायकों के इस कदम की सराहना की है. उन्होंने कहा है कि राज्य के बाहर फंसे एवं भूख की मार झेल रहे झारखंडी मजदूर भाई-बहनों के दुखों को आत्मसात करते हुए वह भी एक दिन का उपवास रख रहे हैं.