रांची: भाजपा के मंगलवार को राजधानी में आयोजित राज्यस्तरीय सचिवालय घेराव कार्यक्रम को लेकर पुलिस महकमा सतर्क है. इसे लेकर डीजीपी अजय कुमार सिंह ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में मातहत अधिकारियों के संग बैठक कर फीडबैक लिया. बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये विभिन्न जिलों के एसएसपी, एसपी, रेंज डीआइजी व आइजी शामिल हुए. इस दौरान डीजीपी ने जिलों के एसपी को निर्देश दिया कि हर हाल में राजधानी की विधि व्यवस्था बनी रहे. यातायात व्यवस्था बाधित नहीं हो. भीड़ पर ड्रोन और सीसीटीवी से पैनी निगरानी रखी जायेगी. वहीं भीड़ की पूरी गतिविधि के अलावा बसों और अन्य वाहनों से आनेवालों की वीडियोग्राफी भी होगी. सभी जिलों की पुलिस को रांची की ओर आनेवाली बसों और अन्य वाहनों के कागजातों की जांच करने के लिए कहा गया है. कहीं पर राजनीतिक प्रयोजन के लिए स्कूली बसों का इस्तेमाल नहीं हो, इसका ध्यान रखने के लिए कहा गया है.
अतिरिक्त दो हजार जवान दिये गये
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस मुख्यालय से रांची पुलिस को अतिरिक्त दो हजार जवान दिये गये हैं, ये जवान भीड़ को नियंत्रित करने में लगाये जायेंगे. साथ ही अश्रु गैस, वाटर कैनन और लाठी के अलावा सशस्त्र से लैस रहेंगे. जवानों और पुलिस अफसरों को हेलमेट व सुरक्षा उपकरण पहनने का भी निर्देश दिया गया है.
धुर्वा गोलचक्कर से सचिवालय तक निषेधाज्ञा
एहतियातन धुर्वा गोलचक्कर से सचिवालय यानी प्रोजेक्ट भवन तक निषेधाज्ञा लगायी गयी है. इसलिए पुलिस भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को धुर्वा गोलचक्कर से आगे जाने नहीं देगी. वहां बैरिकेडिंग भी की गयी है. जिन भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस हिरासत में लेगी, उन्हें पुरानी विधानसभा के पास शहीद मैदान में बनाये गये कैंप जेल में रखा जायेगा. ट्रेन से भी बहुत से भाजपा कार्यकर्ता आ रहे हैं, इसलिए पुलिस रेल प्रशासन से आग्रह करेगी कि यात्रियों के टिकटों की जांच करायी जाये. जो लोग बेटिकट हों, उनकी जांच करायी जाये.