Prabhat Khabar Explainer : ब्लैक मनी को लेकर कई घटनाएं सामने आ रही हैं. ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), आईटी (आयकर विभाग) व अन्य विभाग लगातार रेड कर रहे हैं. वाहन जांच अभियान में भी कैश बरामद किए जा रहे हैं. करोड़ों रुपये कैश रेड में बरामद होते हैं. अब सवाल ये है कि ये जब्त पैसे जाते कहां हैं. आइए जानते हैं एक्सपर्ट से कि किसके खजाने में कैश जमा होते हैं.
रेड में जब्त पैसे होते हैं जमा
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की रेड हो या आयकर विभाग का सर्वे. रेड के दौरान भारी मात्रा में कैश की बरामदगी होती है. झारखंड और बंगाल में छापामारी के दौरान हाल फिलहाल में करोड़ों के कैश की बरामदगी हुई है. झारखंड में निलंबित आईएएस के आवास समेत कई ठिकानों पर ईडी ने रेड की थी. इसमें 19 करोड़ से अधिक की बरामदगी हुई थी. झामुमो नेता समेत अन्य के ठिकानों पर भी ईडी ने छापामारी की थी. यहां भी कैश बरामद हुए थे. बंगाल में पूर्व मंत्री व उनकी करीबी के यहां छापा में बड़ी मात्रा में कैश जब्त किए गए. झारखंड के तीन कांग्रेस विधायक की गाड़ी से वाहन जांच के दौरान बंगाल में शनिवार को भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ है. जहां इनकम टैक्स की रेड होती है, वहां भी कैश जब्त होते हैं. हमेशा ये बात सामने आती है कि ये कैश जाते कहां हैं.
ऐसे जमा रहता है कैश
इलाहाबाद हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट अतुल कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि आयकर विभाग द्वारा छापामारी से जब्त रुपये विभागीय गुप्त-निधि में जमा किया जाता है. इस तरह के पैसे को भारतीय स्टेट बैंक के पास बनाए गए बैंक खाते के रूप में रखा जाता है. इसलिए सारा फंड आखिरकार बैंक खाते में जमा कर दिया जाता है जिसके माध्यम से पैसा फिर से बैंकिंग चैनल में आ जाता है. ये पैसा बाजार में ही आ जाता है क्योंकि आयकर विभाग द्वारा जब्त पैसे कैश आखिरकार बैंक में जमा हो जाते हैं और बैंक के जरिए वे जनता के बीच आ जाता है. जब्त किए गए पैसे को केवल इलेक्ट्रॉनिक मनी फॉर्म में रखा जाता है क्योंकि कैश ग्राहकों के बीच वितरित कर दिया जाता है.
Posted By : Guru Swarup Mishra