Jharkhand news: महाशिवरात्रि के दिन देवघर के बाबा मंदिर परिसर में कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के साथ मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त द्वारा दुर्व्यवहार का मामला झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में बुधवार को गूंजा. इस दौरान भाजपा विधायकों ने सत्ताधारी दल की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के साथ मंदिर प्रबंधक के व्यवहार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस पर स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने सरकार को एक्शन लेने का निर्देश दिया. इसके आधार पर ही देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने डीडीसी को 48 घंटे के अंदर जांच कर रिपोर्ट देने को कहा.
बाबा के मंदिर में श्रद्धालुओं और महिलाओं के साथ प्रबंधक रमेश परिहस्त द्वारा किए गए दुर्व्यहार से सदमें में हूं।एक पुजारी के द्वारा हाथ में डंडा लेकर शिवभक्तों, महिलाओं और बुजुर्गों के साथ ऐसा बर्ताव मंदिर की पवित्रता को भंग करता है।ऐसा होना स्थानीय एसडीएम की विफलता भी दिखाता है। https://t.co/CUyMLtqTip
— Amba Prasad (@AmbaPrasadINC) March 2, 2022
महाशिवरात्रि के दिन बाबा मंदिर में पूजा करने के लिए हजारीबाग के बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद अपने समर्थकों के साथ पहुंची थी. सुविधा नहीं मिलने एवं अव्यवस्था पर उन्होंने नाराजगी जतायी थी. इस दौरान मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त और विधायक के बीच काफी कहा-सुनी भी हुई. इस पर विधायक नाराज होकर वहीं धरने पर बैठ गयीं और डीसी से बात करने की जिद करने लगी़ कुछ देर बाद डीसी से भी मिली और सारी बातों से अवगत कराया. उसके बाद विधायक को प्रबंधक ने फिल पाया के रास्ते से बाबा का जलार्पण कराया था.
इधर, झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधायक अंबा प्रसाद के साथ बाबा मंदिर प्रबंधक द्वारा दुर्व्यवहार का मामला गूंजा. इस दौरान भाजपा विधायकों ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. साथ ही विधायक अंबा प्रसाद के साथ देवघर मंदिर में हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विधायकों ने इसे सदन का अपमान बताया.
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इस पर कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने मंदिर परिसर में हुए दुर्व्यवहार से आहत होते हुए कहा कि ऐसा व्यवहार मंदिर की पवित्रता को भंग करता है. उन्होंने एसडीओ पर विफलता का आरोप लगायी. साथ ही मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त को तत्काल हटाने और एसडीओ की उपस्थिति में ऐसा होने पर जांच कर कार्रवाई की मांग की.
बुधवार को सदन में इस मामले की गूंज होने पर स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने राज्य सरकार को तत्काल एक्शन लेने को कहा. उन्होंने कहा कि विधायकगणों के साथ ऐसा व्यवहार सही नहीं है. खुद विधायक अंबा प्रसाद ने भी दुर्व्यवहार की बात स्पीकर को बतायी थी. स्पीकर के आदेश पर संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने इस मामले में कार्रवाई की बात कही.
इसके आधार पर ही देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने इसकी जांच करने का निर्देश दिया. डीसी ने जांच की जिम्मेदारी डीडीसी कुमार ताराचंद को देते हुए 48 घंटे के अंदर जवाब प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, ताकि उक्त जांच प्रतिवेदन के आलोक में आवश्यक कार्रवाई की जा सके.
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Posted By: Samir Ranjan.