CBSE 10th board News, CBSE Board Exam 2021 रांची : सीबीएसइ 10वीं बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए मूल्यांकन का फॉर्मूला तैयार कर लिया है. इसके लिए बोर्ड ने स्कूलों को 18 पेज का नोटिफिकेशन भेजा है. 10वीं के विद्यार्थियों का रिजल्ट स्कूल को तैयार करना है और सीबीएसइ को भेजना है. रिजल्ट पारदर्शी हो इसके लिए स्कूल में मूल्यांकन कमेटी का गठन होगा़ इस कमेटी के सदस्यों की जानकारी पांच मई तक सीबीएसइ को देनी होगी. नोटिफिकेशन के तहत 20 जून तक रिजल्ट जारी हो सकता है़ इससे जून के अंत तक 11वीं में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी हो जायेगी़
10वीं के रिजल्ट तैयार करने के लिए स्कूल को पांच सदस्यीय शिक्षकों की कमेटी का गठन करना है़ इस कमेटी में विद्यार्थियों की ओर से चुने गये पांच मुख्य विषय के शिक्षक शामिल होंगे. प्राचार्य चेयरपर्सन रहेंगे. इसके अलावा दो दूसरे स्कूल के विषय शिक्षक और दो सीबीएसइ के प्रतिनिधि का रहना जरूरी है. दूसरे स्कूल और सीबीएसइ प्रतिनिधि को विद्यार्थियों के पारदर्शी मूल्यांकन के लिए जोड़ा जायेगा.
मूल्यांकन कमेटी से जुड़ने वाले शिक्षकों को सीबीएसइ की ओर से मूल्यांकन भत्ता दिया जायेगा. दूसरे सीबीएसइ स्कूल के शिक्षक को लिए 2500 रुपये और चिन्हित स्कूल के शिक्षक को 1500 रुपये मिलेगा़ एक निजी स्कूल के प्राचार्य ने बताया कि मूल्यांकन सही तरीके से हो इसके लिए ही बोर्ड ने 20 अप्रैल तक स्कूलों से विद्यार्थियों के इंटर्नल टेस्ट और मुख्य परीक्षा में शामिल होने की जानकारी मांगी थी. अब इसके आधार पर ही विद्यार्थियों का मूल्यांकन होगा.
मूल्यांकन कमेटी को 10वीं के विद्यार्थियों का रिजल्ट सीबीएसइ को हर हाल में पांच जून या इससे पहले दे देना है. वैसे स्कूल जो परीक्षा लेने में असमर्थ थे, उन्हें विद्यार्थियों का असेसमेंट 15 मई तक कर लेना होगा. मूल्यांकन कमेटी को 25 मई तक रिजल्ट तैयार कर लेना होगा. सीबीएसइ की ओर से 28 मई को विद्यार्थियों के तैयार रिजल्ट की जांच की जायेगी. वहीं 11 जून तक इंटरनल असेसमेंट के अंक हर हाल में उपलब्ध कराने होंगे.
10वीं के विद्यार्थियों को पूर्व की तरह 20 अंक स्कूल की ओर से इंटरनल असेसमेंट के तर्ज पर दिये जायेंगे. इसका डेटा स्कूल को 11 जून तक सीबीएसइ की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा. वहीं बोर्ड परीक्षा के लिए निश्चित 80 अंक मूल्यांकन कमेटी की ओर से दी जायेगी. मार्किंग स्कूल के फॉर्मूला के तहत विद्यार्थी को 10 अंक पीरियोडिक टेस्ट या यूनिट टेस्ट के आधार पर दिया जायेगा़ अर्द्धवार्षिक या फर्स्ट टर्म परीक्षा से 30 अंक और प्री बोर्ड परीक्षा के आधार पर 40 अंक दिये जायेंगे. ऐसे स्कूल जिन्होंने लॉकडाउन या विभिन्न कारणों से प्री-बोर्ड या अन्य परीक्षा नहीं लिया है, वे बच्चों का अलग से मूल्यांकन कर बोर्ड को जानकारी देंगे़
Posted By : Sameer Oraon