रांची : झारखंड सरकार महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाव का टीका लगवायेगी. हालांकि, यह कोविड के वैक्सीन की तरह नि:शुल्क नहीं होगा. स्वास्थ्य विभाग ने सब्सिडाइज कीमत पर सर्वाइकल कैंसर से बचाव का वैक्सीन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव तैयार किया है. कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध करायी जायेगी.
आइएमए के आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2021-22 में झारखंड में 1.27 लाख महिलाओं की स्क्रीनिंग के बाद 195 संदिग्ध मामलों की पहचान की गयी थी. सर्वाइकल कैंसर के मरीजों की बढ़ती रफ्तार की वजह से इस वर्ष 2.70 लाख महिलाओं की स्क्रीनिंग का लक्ष्य रखा गया है.
सर्वाइकल कैंसर महिलाओं को होनेवाली बीमारी है. देश में ब्रेस्ट कैंसर के बाद सबसे ज्यादा मामले सर्वाइकल कैंसर के मिलते हैं. यह ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी वायरस) की वजह से होता है. एचपीवी वायरस लंबे समय तक शरीर में रह कर सर्वाइकल कैंसर का कारण बनता है. हालांकि, जिन महिलाओं की इम्यूनिटी अच्छी होती है, उनके शरीर में यह वायरस पनप नहीं पाता है. लेकिन, किसी बीमारी से पीड़ित महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होने की आशंका रहती है.
देश में सवाईकल कैंसर के लक्षणों के बारे में जानकारी न होना और बीमारी को नजरअंदाज करने की वजह से अधिकतर मामले एडवांस स्टेज में सामने आते हैं. डब्लूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में हर साल 1.23 लाख सर्वाइकल कैंसर के मामले सामने आते हैं. इनमें से लगभग 67 हजार महिलाओं की मौत हो जाती है. राज्य सरकार महिलाओं को वैक्सीन उपलब्ध करा कर इसकी वजह से हो रही मौतों पर काबू करना चाहती है.