रांची : जनवरी 2017 से अक्तूबर 2021 तक राज्य में 2727 बच्चे लापता हो गये. इनमें 1114 लड़के और 1613 लड़कियां हैं. इनमें से अब तक (2355) 943 लड़के और 1412 लड़कियों को ही झारखंड पुलिस ने बरामद किया है. वहीं अब भी 171 लड़के और 201 लड़कियां ऐसी हैं, जिनका चार साल से कोई सुराग नहीं मिल सका है.
इसमें रांची के 55, खूंटी-15, गुमला-35, सिमडेगा-18, लोहरदगा-11, पूर्वी सिंहभूम-86, पश्चिम सिंहभूम-नौ, सरायकेला-छह, पलामू-14, लातेहार-छह, गढ़वा-पांच, हजारीबाग-10, रामगढ़-एक, कोडरमा-छह, चतरा-पांच, गिरिडीह- दस, धनबाद-नौ, बोकारो-आठ, दुमका-चार, गोड्डा-छह, जामताड़ा-तीन, देवघर-सात, साहिबगंज-18 और पाकुड़ से छह के अलावा रेल धनबाद से एक और रेल जमशेदपुर के क्षेत्र से चार बच्चे शामिल हैं. इधर, बच्चों के अभिभावक भी लगाताक हैरान-परेशान हैं और अपने बच्चों के आने का लगातार इंतजार कर रहे हैं.
राज्य में 2017 में लापता हुए बच्चों के आंकड़ों को देखें, तो सर्वाधिक बच्चे सिमडेगा में 56, गुमला में 50 लापता हुए थे.
वहीं, पूर्वी सिंहभूम में 47, कोडरमा में 37, पलामू में 36 और गिरिडीह में 33, खूंटी में 29 और रांची से 23 बच्चे लापता हुए थे. इसी तरह 2018 में गुमला में 58, पूर्वी सिंहभूम में 50, गिरिडीह में 39, रांची में 37 और पलामू में 30 बच्चे गायब हुए थे. 2019 में पूर्वी सिंहभूम में 75, हजारीबाग में 59, सरायकेला में 52, गिरिडीह में 45, पलामू और सिमडेगा में 40-40,
रांची में 37 और गुमला में 36 बच्चे गायब हुए थे. वर्ष 2020 में पूर्वी सिंहभूम और लोहरदगा में 58-58, गिरिडीह में 47, गुमला में 45, खूंटी में 37 और रांची के 24 बच्चे गायब हुए. वहीं 2021 में जनवरी से अक्तूबर तक गुमला में 58, पलामू में 39, पूर्वी सिंहभूम में 36, खूंटी में 33, गिरिडीह में 30 और रांची में 27 बच्चे गायब हुए.
2017 52
2018 61
2019 81
2020 69
2021 109
Posted By : Sameer Oraon