Jharkhand news, Ranchi news : रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड इंटरमीडिएट एकेडमिक काउंसिल (JAC), सीबीएसई (CBSE) और आईसीएसई (ICSE) बोर्ड के मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 में राज्यस्तर पर टॉप करने वाले स्टूडेंट्स को प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया. इस दौरान मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के तहत 9 श्रेणियों में चयनित 119 स्कूलों में से सांकेतिक रूप से 9 स्कूलों को सीएम श्री सोरेन ने पुरस्कृत किया. वहीं, स्कूल सर्टिफिकेशन के अंतर्गत कांस्य श्रेणी में चयनित राज्य के 569 स्कूलों में से सांकेतिक रूप से 3 स्कूलों को प्रमाण पत्र एवं मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया.
इसके अलावा सीएम श्री सोरेन ने आकांक्षा कार्यक्रम के तहत उत्कृष्ट प्रदर्शन कर मेडिकल एवं इंजीनियरिंग में चयनित होने वाले 8 स्टूडेंट्स को लैपटॉप एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. वहीं, आकांक्षा सेंटर के एक मेंटर शिक्षक भी सांकेतिक रूप से मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित हुए. दूसरी ओर, मुख्यमंत्री ने राज्य अंतर्गत सरकारी स्कूलों के लिए संचालित डिजिटल शिक्षा के तहत प्रारंभिक कक्षाओं के लिए Digi School एवं माध्यमिक तथा उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं के लिए Learnytic 2.0 प्लेटफॉर्म का औपचारिक शुभारंभ भी किया.
इस अवसर पर रांची के प्रोजेक्ट भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि राज्य के बच्चों और युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. बस इन प्रतिभाओं को निखारने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि प्रतिभा को सम्मान और अवसर मिले, इसके लिए सरकार व्यवस्था को मजबूत करते हुए आगे बढ़ रही है.
Also Read: श्यामली हलधर बनीं देश में एयर ट्रैफिक कंट्रोल की कमान संभालने वाली पहली महिला
सीएम श्री सोरेन ने कहा कि झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य होगा जहां उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेशों में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स को सरकार आर्थिक सहयोग देगी. जल्द ही इस व्यवस्था के क्रियान्वयन पर सरकार निर्णय लेगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यहां के स्टूडेंट्स के साथ सदैव खड़ी है. साथ ही अध्ययनरत बच्चों के लिए आज राज्य सरकार की ओर से कई डिजिटल एप और प्लेटफॉर्म की शुरुआत हो रही है. आशा है कि ये आधुनिक एप अध्ययनरत बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्ति के लिए कारगर होगी.
श्री सोरेन ने कहा कि कोरोना संक्रमण जैसी वैश्विक महामारी में ऐसे तो सभी सेक्टरों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है, लेकिन सबसे ज्यादा प्रभाव स्कूली शिक्षा और स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को हुआ है. कोरोना संक्रमण के इस दौर में बच्चों की पढ़ाई बहुत बड़ी चुनौती बनकर उभरी है. उन्होंने कहा कि सक्षम स्कूलों में पढ़ाई के कुछ रास्ते जरूर बनाये गये हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने Digi School एवं Learnytic 2.0 प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है. इन डिजिटल प्लेटफॉर्म के शुरुआत से अध्ययन के क्षेत्र में स्टूडेंट्स को लाभ तो अवश्य मिलेगा. यह पूर्ण समाधान नहीं, बल्कि समाधान की पहली सीढ़ी है.
सीएम श्री सोरेन ने कहा कि जैक, सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड की मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षाओं में राज्य स्तर पर टॉप करने वाले मेधावी स्टूडेंट्स सहित अध्यापक एवं स्कूल प्रबंधन समितियों को सम्मानित कर मुझे गौरव महसूस हो रहा है. सरकार की कोशिश है कि यहां के बच्चे जो भी लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं, बेहिचक उस लक्ष्य की ओर बढ़ें, सरकार उन बच्चों साथ खड़ी है. कहा कि राज्य में गरीब बच्चे भी हैं जो मेधावी होने के बावजूद आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं, ऐसे सभी बच्चे जो मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में राज्यस्तर पर टॉपर होंगे उन्हें सरकार हर वर्ष पुरस्कार के रूप में आर्थिक सहयोग राशि देगी.
Also Read: महुआडांड़ में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाला मामले में डीसी ने की कार्रवाई, वेलफेयर सुपरवाइजर के सभी अधिकार जब्त
मुख्यमंत्री ने सभागार में उपस्थित सभी लोगों से अपील किया कि संक्रमण के इस दौर में सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पूरा पालन करें. मास्क लगाना, समय-समय पर हाथ धोना, हाथ सैनिटाइज करना तथा सोशल डिस्टैंसिंग का ख्याल जरूर रखें. खुद सुरक्षित रहें और अपने परिजनों को भी सुरक्षित रखें. सुरक्षित रहना ही अभी हम सभी के लिए दवा और वैक्सीन है.
इस अवसर पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त केके खंडेलवाल, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राहुल शर्मा, परियोजना निदेशक झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद शैलेश कुमार चौरसिया, निदेशक माध्यमिक शिक्षा जटाशंकर चौधरी सहित संबंधित विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं विभिन्न स्कूलों के प्रधानाध्यापक/अध्यापक/ स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं सम्मानित हुए स्टूडेंट्स उपस्थित थे.
Posted By : Samir Ranjan.