रांची: केंद्र सरकार अमीरों की चिंता तो करती है, पर मजदूरों के मन की बात समझने में विफल है. श्रम कानूनों को खत्म कर गरीबों की जान की कीमत पर काम लिया जा रहा है. मजदूरों की उपेक्षा सरकार के लिए घातक साबित होगी. ये बातें भाकपा माले के विधायक विनोद कुमार सिंह ने झारखंड के निर्माण मजदूरों के राज्य सम्मेलन को बतौर मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि आज प्रवासी मज़दूर हों या निर्माण मजदूर, हर महीने मौत की खबरें सुर्खियों में रहती हैं. मजदूरों की रोजगार सुरक्षा और सम्मान के मामले में केंद्र सरकार फिसड्डी साबित हुई है. 9 अगस्त को देशव्यापी मजदूर महापड़ाव का आगाज होगा. आज गुरुवार को विधायक क्लब, धुर्वा (रांची) में अयोजित निमार्ण मजदूर यूनियन के 5वें राज्य सम्मेलन की अध्यक्षता पांच सदस्यीय अध्यक्ष मंडल ने की.
मजदूरों की मन की बात भी समझे सरकार
झारखंड निर्माण मजदूर यूनियन के सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन करते हुए बिहार मजदूर आन्दोलन के नेता आरएन ठाकुर ने कहा कि बेरोजगारों की फौज को दंगों के टूल्स के रूप में इस्तेमाल करने की साज़िश की जा रही है. मेहनतकशों की एकता को जाति, धर्म के नाम पर विभाजित करने नहीं दिया जाएगा. संसद और विधानसभा बनाने वाले निर्माण मजदूरों के मन की पीड़ा समझने की कोशिश करे सरकार. सम्मेलन के प्रतिनिधि सत्र का समापन भाषण देते एक्टू के प्रदेश महासचिव शुभेंदु सेन ने कहा कि मजदूरों को अपनी ताकत का एहसास सरकार को कराना होगा. मजदूरों की एकता को राजनीतिक निर्णायक एकता के रूप में बढ़ाना होगा, तभी सरकार मजदूरों की आवाज़ सुनने के लिए बाध्य होगी.
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देशव्यापी मजदूर महापड़ाव का आगाज 9 अगस्त को
9 अगस्त को देशव्यापी मजदूर महापड़ाव का आगाज होगा. आज विधायक क्लब धुर्वा रांची में अयोजित निमार्ण मजदूर यूनियन के 5वें राज्य सम्मेलन की अध्यक्षता पांच सदस्यीय अध्यक्ष मंडल ने की. इनमें भुवनेश्वर बेदिया, सुभाष मंडल, अमल घोष, भीम साहू, रोजलिन तिर्की शामिल थे. सम्मेलन की शुरूआत मजदूर आन्दोलन के शहीदों, धनबाद, बालासोर एवं काम 4के दौरान दुघर्टना में मृत मज़दूरों को एक मिनट का मौन श्रृद्धांजलि देकर हुई. सम्मेलन का झंडोतोलन वयोवृद्ध मजदूर नेता एनामुल हक ने किया. सम्मेलन के मसौदे पर 24 प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव और विचार रखे. प्रस्तावित दस्तावेज यूनीयन के महासचीव भुवनेशवर केवट ने पेश किया. राज्य सम्मेलन को विरादरना संगठन झामकिस के अध्यक्ष देवकी नंदन बेदिया, आंदोलनकारी पुष्कर महतो, सेख सहदूल, विजय गिरी, आर पी वर्मा, सुखदेव उरांव, काली मिंज आदि ने संबोधित किया.