Corona Virus, Covid 19, Corona Vaccine: रांची जिला में कोरोना की दूसरी लहर का सबसे ज्यादा असर अरगोड़ा, कांके रोड व बरियातू इलाके में पड़ रहा है. सरकारी व निजी जांच के लैब में हुई जांच के बाद इसकी पुष्टि हुई है. रांची के अन्य इलाकों में कारोना वायरस का फैलाव नहीं हो इसके लिए संक्रमितों के संपर्क में आये लोगों की जांच का निर्देश दिया गया है.
बुधवार को स्वास्थ्य पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक में इसकी जानकारी स्वास्थ्य सचिव केके सोन को दी गयी. सचिव को बताया गया कि इस इलाके के लोग अपने क्षेत्र से अन्य जिला या अन्य राज्यों में भ्रमण करके आये हैं. ऐसे में इन इलाके के संक्रमितों पर विशेष नजर रखनी होगी.
सचिव ने स्वास्थ्य पदाधिकारियों व जिला प्रशासन को आदेश दिया है कि अरगोड़ा, कांके रोड व बरियातू से मिले संक्रमितों के संपर्क की पहचान की जाये. संपर्क में आये लोगों की जांच करायी जाये व आवश्यकता पड़ने पर अस्पताल में भर्ती कर इलाज कराया जाये. समीक्षा बैठक में रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड में सख्ती से कोरोना जांच करने का आदेश प्रशासन को दिया गया. संक्रमित राज्यों व उससे होते हुए आने वाली ट्रेन व बसों के यात्रियों की जांच स्थल पर ही की जाये.
हर रोज 25,000 से 27,000 जांच का लक्ष्य : राज्य में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जांच की गति बढ़ाने का निर्देश दिया गया. प्रतिदिन कोरोना के 25,000 से 27,000 सैंपल की जांच करने को कहा गया. सचिव ने कहा कि जांच की गति बढ़ा कर ही संक्रमितों की पहचान की जा सकती है. संक्रमितों के संपर्क में आये लोगों का पता किया जा सकता है.
ऑक्सीजन बेड बढ़ाने का निर्देश, सदर अस्पताल व रिम्स को जिम्मा : कोरोना के गंभीर संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ऑक्सीजन बेड बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. ऑक्सीजन बेड के लिए राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स व सदर अस्पताल में ऑक्सीजन बेड बढ़ाने के लिए रिम्स निदेशक व सदर अस्पताल के उपाधीक्षक को कहा गया है. रिम्स निदेशक व टास्क फोर्स की टीम द्वारा कहा गया कि गंभीर संक्रमितों को रिम्स भेजा जाये, जिससे सही से उनका इलाज हो पाये. एसिम्टोमैटिक संक्रमितों को आइसोलेशन वार्ड में रखा जाये.
रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड में आज से होगी कोरोना जांच: स्वास्थ्य सचिव केके सोन की समीक्षा बैठक के बाद डीसी ने अपने गोपनीय कार्यालय में बैठक की. इसमें डीसी ने रांची रेलवे स्टेशन, हटिया रेलवे स्टेशन, आइटीआइ बस स्टैंड व खादगढ़ा बस स्टैंड में कोविड टेस्टिंग टीम को प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया. उन्होंने इन जगहों पर टेस्टिंग के लिए माइकिंग के माध्यम से यात्रियों को जानकारी देने का आदेश दिया.
डीसी ने कहा कि बाहर से आनेवाले लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग के दौरान उनकी ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी हासिल की जाये. डीसी ने सभी प्राइवेट लैब को निर्देश दिया है कि जब भी कोई व्यक्ति कोविड टेस्टिंग कराने आता है तो उनका मोबाइल नंबर अवश्य जांच लें. साथ ही संपूर्ण पता लिखना अनिवार्य है.
जब तक टीम पहुंचती, अधिकतर यात्री निकलकर पहुंच गये घर : जिला प्रशासन ने छत्तीसगढ़ से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच बुधवार से कराने का निर्णय लिया था. मगर पहले ही दिन जिला प्रशासन फेल हो गया, क्योंकि जिला प्रशासन की टीम यहां दिन के 10 बजे पहुंची थी. जबकि छत्तीसगढ़ से आने वाली सारी बसें सुबह में ही रांची पहुंच गयी थीं. ऐसे में जब प्रशासन की टीम बस स्टैंड पहुंची तब तक अधिकतर यात्री अपने अपने घर पहुंच गये थे. यात्रियों के नहीं मिलने के कारण कुछ देर में जिला प्रशासन की टीम भी वापस आ गयी.
एक सप्ताह में संक्रमण में वृद्धि हुई, अलर्ट रहे : सोन – रांची जिले में जिस प्रकार से पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं, उसको देखते हुए हमें टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने की जरूरत है. जब हम अधिक से अधिक लोगों की जांच करेंगे, तो उस हिसाब से हम संक्रमित लोगों को अलग कर पायेंगे. इस आधार पर हम कोरोना संक्रमण के चेन को रोकने में सक्षम हो सकते हैं. उक्त बातें स्वास्थ्य सचिव केके सोन ने बुधवार को समाहरणालय में आयोजित बैठक में कही.
सचिव ने कहा कि विगत एक सप्ताह में जिस प्रकार से संक्रमण में वृद्धि हुई है, ऐसे में रांची जिला के अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने की आवश्यकता है. सचिव ने कहा कि रांची में कोरोना संक्रमण को रोकना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि राज्य के कई महत्वपूर्ण संस्थान यहां हैं. ऐसे में पूरे राज्य के लोग यहां आते हैं.
ऐसे में यहां की व्यवस्था को चुस्त रखना जरूरी है. बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन में गंभीरता से जांच करने की आवश्यकता है. बैठक में एनएचएम निदेशक रविशंकर शुक्ला ने कोविड टेस्टिंग (ट्रूनेट, आरटीपीसीआर, रैट) की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी. बैठक में डीसी, एसएसपी, डीडीसी, रिम्स अधीक्षक, सिविल सर्जन मौजूद थे.
जहां अधिक केस, वहां चलायें वैक्सीनेशन अभियान : सचिव ने कहा कि वैक्सीनेशन के माध्यम से ही हम कोरोना को पूर्ण रूप से मात दे सकते हैं. खासकर जिन क्षेत्रों में ज्यादा पॉजिटिव केस आ रहे हैं. उन क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन करवाना आवश्यक है ताकि कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोका जा सके. स्वास्थ्य सचिव ने कोरोना के मरीजों को आवश्यकतानुसार प्राथमिकता के आधार पर अस्पतालों में भर्ती करने का निर्देश दिया.
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Posted by: Pritish Sahay