Coronavirus In Jharkhand : रांची : झारखंड में कोरोना काल में जब कोरोना संक्रमितों की मौत पर अपने मुंह फेर ले रहे हैं और मानवता व रिश्तों को तार-तार कर रहे हैं. वैसे में हजारीबाग के मोहम्मद खालिद देवदूत की भूमिका निभा रहे हैं. अब तक उन्होंने अपने सहयोगी राहुल के साथ मिलकर 100 से अधिक कोरोना संक्रमित मृतकों का अंतिम संस्कार कर मिसाल पेश की है.
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच जब अपना परिवार व रिश्तेदार कोरोना से मौत होने पर अंतिम संस्कार करने से मुकर जा रहा है और शासन-प्रशासन के भरोसे छोड़ दे रहा है. ऐसे में हजारीबाग के मोहम्मद खालिद ने जाति-धर्म की बेड़ियों से ऊपर उठकर अपने सहयोगी राहुल के साथ मानवता की मिसाल पेश की है.
झारखंड के हजारीबाग जिले के मोहम्मद खालिद मुर्दा कल्याण समिति के सचिव हैं. पहले से भी वे लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करते रहे हैं. इससे इनकी अलग पहचान है. कोरोना काल में भी जब सारे रिश्ते दरक गये, शर्मसार हो गये. ऐसे में भी इनका सामाजिक सरोकार दिखा.
कोरोना के बढ़ते संक्रमण से कोरोना वरियर्स डॉक्टर, नर्स व पुलिस समेत अन्य संक्रमित हो जा रहे हैं और कुछ की मौत भी हो गयी. ऐसी स्थिति में मोहम्मद खालिद ने खुद की रक्षा करते हुए रांची और हजारीबाग में 100 से अधिक कोरोना संक्रमितों की अंत्येष्टि की है.
रांची की संस्थाएं लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करती हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण जब रांची में कर्मी काम छोड़कर भाग गये, तब कोरोना संक्रमित मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए मोहम्मद खालिद को रांची बुलाया गया था. इन्होंने रांची में अपने सहयोगी राहुल के साथ 78 और हजारीबाग में 24 मृतकों का दाह संस्कार किया है. आपको बता दें कि मुर्दा कल्याण समिति के सचिव मोहम्मद खालिद पहले भी लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करते रहे हैं.
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Posted By : Guru Swarup Mishra