लाइव अपडेट
कोरोना वायरस की जांच के लिए दो शिफ्ट में काम करने को तैयार रिम्स के डॉक्टर
रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग का दावा है कि एक दिन में 35-40 जांच करने की उसकी क्षमता है. जरूरत पड़ी, तो दो शिफ्ट में करेंगे जांच. रिम्स में आ गयी है कोरोना की जांच में इस्तेमाल होने वाली दूसरी रियल टाइम पीसीआर मशीन. हालांकि, अभी कुछ उपकरण आने बाकी हैं.
पैक्ड दूध की मांग घटी
कोरोना वायरस के डर से झारखंड में पैक्ड दूध की मांग घट गयी है. इससे डेयरी कंपनियां परेशान हैं. उनका कहना है कि पाउडर प्लांट बना होता, तो इतनी परेशानी नहीं होती.
अरसंडे गांव में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक
रांची जिला के अरसंडे गांव में ग्रामीणों ने बाहरी लोगों के प्रवेश पर लगा दी है रोक. मेन रोड को किया बंद.
हजारीबाग में विष्णुगढ़ के लोगों ने दिया संदेश : कोरोना हारेगा, मेरा गांव जीतेगा, मेरा देश जीतेगा
हजारीबाग जिला के विष्णुगढ़ में कोरोना महामारी को फैलने से पहले ही हराने की तैयारी हो गयी है. मड़मो के युवाओं ने लॉकडाउन का समर्थन करते हुए अपने गांव की सड़क को बंद कर दिया है. कोई भी बाहरी व्यक्ति मड़मो में प्रवेश नहीं कर सकता. युवा नारे लगा रहे हैं : कोरोना हारेगा, मेरा गांव जीतेगा, मेरा देश जीतेगा.
रातू में सादगी से हुई सरहुल पूजा
रातू में प्रकृति पर्व सरहुल शुक्रवार को संपन्न हो गया. कोरोना वायरस की वजह से इस वर्ष जुलूस नहीं निकाला गया. पाहन द्वारा सरना स्थल में पूजा अर्चना की गयी.
हेमंत सोरेन ने दी सरहुल की शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड के लोगों को प्रकृति पर्व सरहुल की शुभकामनाएं दीं हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यह पर्व विषम घड़ी में आया है. कृपया अपने-अपने घरों में रहें, सुरक्षित रहें.
समस्त झारखंडी एवं देश वासियों को प्रकृति के महापर्व सरहुल की हार्दिक शुभकामनाएं।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) March 27, 2020
आज यह पर्व विषम घड़ी में आयी है - पर आपके सहयोग से हम ज़रूर इससे पार पा लेंगे।
कृपया अपने-अपने घरों में रहें, सुरक्षित रहें। pic.twitter.com/Hfyl6SYhBS
सभी मुहल्लों में गश्ती करेगी रांची पुलिस, 3000 जवानों को किया गया तैनात
अब सभी मुहल्लों में भी गश्ती करेगी रांची पुलिस. लॉकडाउन के दौरान बाहर घूम रहे लोगों पर काबू पाने के लिए 3000 जवानों की तैनाती की गयी है.
मजदूरों को 10 किलो चावल दिलवायेंगी नगर पंचायत अध्यक्ष
गढ़वा जिला के श्रीबंशीधरनगर की नगर पंचायत अध्यक्ष विजया लक्ष्मी देवी ने मजदूर वर्ग के उन परिवारों को, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, 10 किलो चावल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं. ऐसे लोगों को चिह्नित करने की जिम्मेवारी वार्ड पार्षद, सहायक अभियंता व सिटी मैनेजर को दी गयी है.
चुटिया में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं
चुटिया पावर हाउस साईं कॉलोनी के समीप गैस लेने के लिए लंबी कतार लगी है. लोग नहीं कर रहे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन.
चतरा के इटखोरी में बेवजह बाहर निकले लोगों को मिली सजा
चतरा के इटखोरी में लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है. जो लोग नहीं मान रहे, पुलिस उनसे कान पकड़कर उठक-बैठक करवा रही है. शारीरिक दंड भी भुगत रहे खाली-पीली घूमने वाले. सुबह से ही सख्ती दिखा रही इटखोरी पुलिस.
चतरा में माइक से अनाउंसमेंट कर रहा प्रशासन
चतरा में जिला प्रशासन लाउडस्पीकर से लोगों से अपील कर रहा है कि अनावश्यक घर से बाहर न निकलें. लॉकडाउन का पालन करने का आग्रह किया जा रहा है.
जलमीनार का मोटर खराब, चोरी से पानी लाने जाते हैं ग्रामीण
गढ़वा जिला के केतार प्रखंड में मुख्यमंत्री जल-नल योजना से जलमीनार लगी थी. इसका मोटर खराब हो गया है. चापानल को खोलकर बोर में डाला गया था मोटर. इसके खराब होने की वजह से लॉकडाउन में लोगों को चोरी-छिपे पानी लाने के लिए दूर जाना पड़ता है. ऐसा न करें, तो दर्जनों परिवार प्यासे मर जायेंगे.
गांवों में भी मंदिर बंद
ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रशासन पूरी सख्ती से लॉकडाउन का पालन करवा रहा है. गांव के मंदिरों को भी बंद करवा दिया गया है.
पार्षद के प्रतिनिधि स्लम बस्तियों में लोगों को कर रहे जागरूक
गढ़वा नगर परिषद के सहिजना मुहल्ले की स्लम बस्तियों में रश्मि सिन्हा के प्रतिनिधि जितेंद्र सिन्हा एवं उनके सहयोगी कोरोना वायरस के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे हैं. उन्हें बता रहे हैं कि सभी लोग अपने घरों में रहें. कहीं भीड़ न होने दें. जरूरी काम न हो, तो घर से न निकलें. बस्ती में साबुन का वितरण करते हुए कहा कि समय-समय पर हाथ धोते रहें.
रांची : झारखंड की राजधानी रांची समेत प्रदेश के अन्य बड़े शहरों में कोरोना वायरस की वजह से घोषित लॉकडाउन का ज्यादा असर नहीं देखा जा रहा है. लेकिन, गांवों में पुलिस और प्रशासन इसको लेकर सख्त है. गढ़वा जिला के केतार में मोटर खराब होने की वजह से लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है. फलस्वरूप ग्रामीणों को 300 मीटर दूर से चोरी-छिपे पानी लाना पड़ रहा है. इस बीच, गढ़वा में समाजसेवी युवकों ने घर-घर राशन पहुंचाने का जिम्मा उठाया है. इससे उन गरीब परिवारों को थोड़ी राहत मिली है, जो दैनिक मजदूरी करके अपना पेट पालते थे.