रांची : कोरोना वायरस राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी इलाके से निकलकर बरियातू में पहुंच चुका है, तो पंडरा के लोगों को भी यह जानलेवा वायरस डराने लगा है. पंडरा बस्ती के लोगों में कोरोना वायरस को लेकर डर का माहौल है. यहां की एक महिला सदर अस्पताल के उसी वार्ड में भर्ती थी, जिसमें हिंदपीढ़ी की एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया और बाद में वह कोरोना पॉजिटिव निकली.
पंडरा बस्ती में अपनी बड़ी बहन के घर रहने वाली एक महिला का उसी वार्ड में इलाज चल रहा था, जिसमें हिंदपीढ़ी की कोरोना से संक्रमित महिला भर्ती थी. जब यह महिला पंडरा अपनी बहन के घर लौटी, तो बस्ती के लोगों में संक्रमण फैलने का डर समा गया. तरह-तरह की अफवाहें फैलने लगीं.
बस्ती के लोगों ने अस्पताल प्रबंधन की खूब आलोचना की. उन्होंने कहा कि जब यह मालूम हो गया कि इस वार्ड की एक महिला में कोरोना का संक्रमण फैल चुका है, तो बाकी मरीजों को आनन-फानन में डिस्चार्ज क्यों कर दिया गया. उस वार्ड की तमाम मरीजों को अस्पताल में ही क्वारेंटाइन करके उनका समुचित इलाज करना चाहिए था.
Also Read: झारखंड में 20 अप्रैल से सशर्त खुलेंगे सरकारी दफ्तर, सरकार ने जारी किया यह आदेश
इधर, पंडरा पंचायत के मुखिया सुनील तिर्की, उप मुखिया अभिषेक कुमार दीपू, ग्राम प्रधान लालू खलखो को जब इसकी जानकारी हुई, तो सभी लोग बस्ती में पहुंचे. पूरी बस्ती को एहतियातन सैनिटाइज करवाया. जनप्रतिनिधियों ने घर-घर जाकर लोगों को समझाया कि वे किसी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें. न ही कोई अफवाह फैलायें.
मुखिया एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने लोगों को समझाया कि लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग (सामाजिक दूरी) का सख्ती से पालन करें. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने का यही एकमात्र उपाय है. यदि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे, तो इस वायरस के फैलने का खतरा खुद-ब-खुद कम हो जायेगा.
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने लोगों को यह भी बताया कि जब तक जरूरी नहीं हो, घर से बाहर नहीं निकलें. बेवजह भीड़ लगाकर न बैठें. इन लोगों ने ग्रामीणों को सलाह दी कि वे खुद भी घर में रहें और दूसरों को भी घर में ही रहने की सलाह दें. मुखिया ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी प्रशासन को भी दे दी है.