रांची (तौफीक आलम) : लद्दाख में भारत की सीमा की रक्षा करते हुए शहीद हुए रांची के लाल अभिषेक कुमार साहू को बुधवार को अंतिम विदाई दी जायेगी. सरहद पर अपनी कुर्बानी देने वाले भारतीय सेना के इस जवान के पार्थिव देह का गांव के लोगों को भी इंतजार है. मंगलवार शाम को शहीद जवान का शव रांची पहुंचा. आज अभिषेक के पार्थिव देह को पूरे सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव ले जाया जायेगा.
लद्दाख में सरहद की निगरानी करते हुए वह 25 अक्टूबर को शहीद हो गये थे. उसी दिन शाम में अभिषेक के परिजनों को सूचना दी गयी कि उनका बेटा मातृभूमि की रक्षा करते हुए शहीद हो गया है. इसके बाद से पूरे चान्हो प्रखंड के लोगों को अपने वीर सपूत का इंतजार है. खराब मौसम की वजह से उनके शव को पैतृक गांव पहुंचने में पहले ही विलंब हो चुका है.
मंगलवार की शाम को शहीद अभिषेक का पार्थिव देह रांची पहुंचा. कोविड-19 के खतरे को देखते हुए शहीद जवान की अंतिम विदाई के लिए उनके पैतृक गांव में एक कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी के सदस्यों ने बताया का शहीद के सम्मान में चोरेया से चोरेया मोड़ तक मानव शृंखला बनायी जायेगी. मानव शृंखला में भाग लेने वाले लोगों के हाथों में तिरंगा होगा और हर कोई शहीद के पार्थिव देह लाने वाले वाहन पर पुष्प की वर्षा करेगा.
इतना ही नहीं, सेना के वाहन के स्वागत के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-75) पर मांडर के सोसई आश्रम के निकट भी युवाओं की टोली मौजूद रहेगी. ये लोग बाइक व अन्य वाहनों के साथ जुलूस की शक्ल में सेना के वाहन को गांव तक ले जायेंगे. यहां से बिजुपाड़ा होते हुए चोरेया तक शव यात्रा पहुंचेगी, जहां उन्हें अंतिम विदाई दी जायेगी.
दूसरी तरफ, भारी संख्या में क्षेत्र के लोग शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए में शामिल होने के लिये बुधवार को चोरेया सहित आसपास के इलाके में स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखेंगे. इससे पहले, क्षेत्र के जवान की शहादत की खबर मिलते ही सांसद सह पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री सुदर्शन भगत और विधायक बंधु तिर्की ने शहीद अभिषेक कुमार साहू के घर जाकर परिवार के लोगों को सांत्वना दी थी.
Posted By : Mithilesh Jha