राजधानी रांची में NDRF की दो टीमें हाई अलर्ट पर है. साथ ही विभिन्न जगहों पर लोगों को जागरूक भी किया गया. इस दौरान धुर्वा स्थित मुख्यालय में सीनियर अधिकारियों ने दोनों टीमों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये.
चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए सरायकेला- खरसावां डीसी अरवा राजकमल ने आपदा प्रबंधन समिति की बैठक किया. बैठक में डीसी ने चक्रवाती तूफान से बचाव को लेकर कई आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये. डीसी श्री राजकमल ने बताया कि चक्रवाती तूफान को लेकर पटना से आयी NDRF की टीम तैनात रहेगी. एक टीम गम्हरिया व दूसरा टीम सरायकेला में तैनात रहेगी. आपात स्थिति में टीम पहुंच कर रेस्क्यू अभियान चलाएगी. बैठक में डीसी ने चक्रवाती तूफान से बचाव के लिए बिजली विभाग, वन विभाग, नगर निकाय एवं अन्य संबंधित विभाग द्वारा किये गये तैयारियों कि जानकारी हासिल किया और सभी को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश भी दिया.
चक्रवाती तूफान यास के मद्देनजर पलामू जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है. जिले में 26 मई को यह प्रवेश करेगा और इसका असर 28 मई तक रहने का अनुमान है. इस मामले में पलामू डीसी शशि रंजन ने सभी अंचल पदाधिकारियों को अपने- अपने इलाके पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया है. साथ ही गांवों में चक्रवाती तूफान से बचने संबंधी जागरूकता अभियान भी चलाया गया. डीसी श्री रंजन ने कहा कि प्रशासन की पूरी कोशिश है इस दौरान जानमाल की सुरक्षा हो. इसको लेकर मुकम्मल इंतजाम किया गया है. फिर भी अगर कही कोई क्षति होती है, तो उसका आकलन कर आपदा प्रबंधन के प्रावधानों के तहत मुआवजा उपलब्ध कराया जायेगा.
साइक्लोन ‘यास’ को लेकर सरायकेला-खरसावां जिला पुलिस ने कंट्रोल रुम स्थापित किया है. पुलिस प्रशासन की ओर से बताया गया है कि साइक्लोन ‘यास’ का प्रभाव सरायकेला-खरसावां जिले में ज्यादा रह सकता है. पुलिस प्रशासन ने भी लोगों से आग्रह किया है कि बुधवार व गुरुवार को अपने अपने घरों में रहें. अति आवश्यकता पड़ने पर ही बाहर निकलें. चक्रवात संबंधी सरकार द्वारा जारी सभी दिशा निर्देशों का पालन करें. इस दौरान यदि किसी को भोजन अथवा दवा इत्यादि की आवश्यकता पड़ती है या कोई भी अन्य असुविधा होती है तो सरायकेला-खरसावां पुलिस के कंट्रोल रूम के नंबर 9798302485/9798302486 अथवा डायल 100 पर सम्पर्क करें.
चक्रवातीय तूफान यास का प्रभाव झारखंड में दिखने लगा. आज सुबह से ही आसमान में बादल छाये हुए हैं. चाईबासा, सरायकेला समेत राजधानी रांची में बारिश हो रही है. सभी जिले अलर्ट मोड पर हैं. हेल्पलाइन नंबर जारी किये गये हैं, ताकि जल्द सूचित किया जा सके और उन्हें मदद पहुंचाई जा सके.
खरसावां (शचिंद्र कुमार दाश) : बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात ‘यास’ का असर सरायकेला-खरसावां में मंगलवार को सुबह से ही दिखने लगा है. मंगलवार को सुबह से ही सरायकेला-खरसावां में मौसम का मिजाज बदला बदला सा नजर आया. आसमान में काले बादल छाने के साथ हवा भी चलने लगी. सुबह से ही चल रहे तेज हवाओं के झोंके ने गर्मी के इस मौसम में ही ठंडा का अहसास कर दिया. इस दौरान दिन में बुदा-बांदी बारिश भी हुई. शाम चार बजे के आस पास खरसावां तथा आस पास के क्षेत्रों में झमाझम बारिश हुई.
धनबाद जिला आपदा प्रबंधन ने सभी प्रखंडों में सीएचसी में तैयारी रखने को कहा है. नदी किनारे रहने वालों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गयी है. सभी बीडीओ, सीओ को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है. बिजली विभाग, नगर निगम, पेयजल आपूर्ति विभाग तथा जमाडा को क्यूआरटी बनाने को कहा गया है. सभी पावर सब-स्टेशन पर 24 घंटे कर्मी तैनात रहेंगे. अस्पतालों में जेनरेटर की व्यवस्था की गयी है. बीसीसीएल प्रबंधन के सभी कोलियरियों में सोमवार से ही नियंत्रण कक्ष काम करने लगा है.
धनबाद में 28 मई को राहत मिल सकती है. 29 मई को कोयलांचल में फिर बारिश शुरू हो सकती है. बारिश से लोगों को प्रचंड गर्मी से राहत मिलेगी. अगले दो-तीन दिनों के दौरान यहां के अधिकतम तापमान में 4 से 7 डिग्री की कमी आ सकती है.
धनबाद में आंधी-तूफान से बहुत क्षति की संभावना नहीं है, लेकिन लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है. तेज हवाएं चल सकती हैं. पेड़ गिर सकते हैं. बिजली सेवा भी बाधित हो सकती है. मौसम विभाग ने 26 मई से यहां तेज व मध्यम गति के बारिश की संभावना जतायी है.
गढ़वा (विनोद पाठक) : चक्रवाती तूफान यास का प्रभाव गढ़वा में 26 मई से अगले पांच दिनों तक रहने की संभावना है. वैसे इसका सर्वाधिक प्रभाव 27 मई की सुबह से 28 मई की सुबह तक ज्यादा रहेगी. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में कुल 100 मिलीमीटर से अधिक वर्षा होगी.
धनबाद : मौसम विभाग की तरफ से सोमवार को जारी पूर्वानुमान के अनुसार बंगाल की खाड़ी से उठे तूफान का असर कोयलांचल में पड़ेगा. ओरेंज अलर्ट को जारी करते हुए प्रशासन को सतर्क रहने को कहा गया है. उम्मीद जतायी जा रही है कि जिस रफ्तार व जिस दिशा में अभी तूफान चल रहा है. उससे इसके धनबाद पहुंचने में 24 घंटे से ज्यादा समय लगेगा.
धनबाद : मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इसका असर मंगलवार शाम से ही दिखने लगेगा. इसको लेकर जिला प्रशासन, बीसीसीएल प्रबंधन, बिजली विभाग, नगर निगम ने व्यापक तैयारियां की है. यहां बुधवार दोपहर बाद सामान्य से तेज बारिश शुरू हो सकती है. इसका असर 27 मई तक रहने की संभावना है. 28 मई से स्थिति थोड़ी सामान्य होगी. हालांकि, मौसम का मिजाज 30 मई तक बदलते रहने की संभावना है.
धनबाद (संजीव झा) : धनबाद में चक्रवाती तूफान यास बुधवार को धनबाद में दस्तक दे सकता है. हालांकि, मंगलवार सुबह धनबाद जिला के कई क्षेत्रों में बारिश हुई. कहीं तेज तो कहीं मध्यम दर्जे की बारिश हुई. आज यहां आसमान में बादल छाये हुए हैं. पिछले दो-तीन की तरह यहां तेज धूप नहीं है. मौसम विभाग ने धनबाद में ओरेंज अलर्ट जारी किया है.
लातेहार के उपायुक्त अबु इमरान ने ट्वीट कर कहा है 25-28 मई को साइक्लोन यास के आने की सूचना पर पदाधिकारी अलर्ट मोड में हैं. जिला व प्रखंड स्तर पर कंट्रोल रूम नम्बर एक्टिव है. सभी जिलावासी घबराएं नहीं, समस्या होने पर तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करें.
उपायुक्त अबु इमरान ने कहा 25-28 मई को साइक्लोन यास के आने की सूचना पर पदाधिकारी अलर्ट मोड में है, जिला व प्रखंड स्तर पर कंट्रोल रूम नम्बर एक्टिव है.सभी जिलावासी घबराए नहीं, समस्या होने पर तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करें.@JharkhandCMO@HemantSorenJMM@MithileshJMM pic.twitter.com/8WNdPlH4Xk
— DC Latehar (@LateharDistrict) May 25, 2021
किरीबुरु (शैलेश सिंह) : किरीबुरु-मेघाहातुबुरु के आसपास क्षेत्रों समेत सारंडा जंगल क्षेत्र में वर्षा की वजह से तापमान में भारी गिरावट देखी जा रही है तथा शहर का न्यूनतम तापमान आज 18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. जैसे-जैसे समय बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे हवायें व वर्षा तेज होती जा रही है. आने वाले कुछ घंटों अथवा कल सुबह तक शहर में तूफान का व्यापक असर देखने को मिल सकता है.
चक्रवाती तूफान यास का व्यापक असर किरीबुरु-मेघाहातुबुरु के आसपास क्षेत्रों समेत सारंडा जंगल क्षेत्र में देखा जा रहा है. तीन बजे के बाद तेज हवाओं के साथ पूरे क्षेत्र में मूसलाधार बारिश शुरू हो गई. इस वर्षा की वजह से शहर की सड़कें वीरान हो गई हैं.
पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन द्वारा ट्वीट कर जानकारी दी गयी है कि उष्णकटिबंधीय यास चक्रवातीय तूफान के दौरान 26 एवं 27 मई को यथासंभव अपने घरों से बाहर नहीं निकलें. इस दौरान सतर्कता बरतने के लिए सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. तूफान के दौरान घबराएं नहीं-संयम बरतें.
उष्णकटिबंधीय 'यास चक्रवातीय तुफान' के दौरान आगामी 26 एवं 27 मई को यथासंभव अपने घरों से बाहर ना निकलें।इस दौरान सतर्कता बरतने हेतु सभी पदाधिकारियों को उचित निर्देश दिए गए हैं।तूफान के दौरान घबराएं नहीं-संयम बरतें।जिला प्रशासन आवश्यक व्यवस्था बहाल रखने हेतु प्रयासरत है। pic.twitter.com/niT64EUoic
— IPRD, West Singhbhum (@PRDChaibasa) May 25, 2021
पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि चक्रवात तूफान यास को लेकर पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन द्वारा जिला नियंत्रण कक्ष, बिजली विभाग व सभी प्रखंड तथा नगर निकाय में स्थापति कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया गया है. आपातकालीन स्थिति में इस नंबर पर संपर्क करें.
चक्रवात तूफान "यास" को लेकर जिला प्रशासन, पूर्वी सिंहभूम द्वारा जिला नियंत्रण कक्ष, बिजली विभाग व सभी प्रखंड तथा नगर निकाय में स्थापति कंट्रोल का नंबर जारी किया गया है। आपातकालीन स्थिति में आप इस नंबर पर संपर्क स्थापित कर सकते हैं।@HemantSorenJMM @JharkhandCMO #CycloneAlert pic.twitter.com/QMXOCiV9pI
— DC EastSinghbhum (@DCEastSinghbhum) May 24, 2021
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आज 25 मई को राज्य के दक्षिणी-पूर्वी भाग (कोल्हान) में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है. 26 मई को राज्य के सभी जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी. दक्षिणी भाग में भारी बारिश हो सकती है. 27 मई को भी पूरे राज्य में भारी बारिश होने का अनुमान है.
बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव और सुपर साइक्लोन यास का असर आज मंगलवार 25 मई को झारखंड में दिखने लगा है. 25 मई को आकाश में बादल छाये हुए हैं. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हल्की हवा चल सकती है. 26 और 27 मई को इसके ज्यादा असरदार होने का अनुमान है. सभी जिलों में भारी बारिश हो सकती है.
झारखंड में आज मंगलवार (25 मई) से ही मौसम में बदलाव दिखने लगा है. सुबह से ही आकाश में बादल छाये हुए हैं. चाईबासा के इलाके में सुबह से ही बारिश हो रही है. पलामू, खूंटी, सरायकेला समेत अन्य जिलों में आकाश में बादल छाये हुए हैं. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 26 और 27 मई को सभी जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान है.
कांग्रेस नेता डॉ अजय कुमार ने ट्वीट किया है कि चक्रवाती तूफान यास को देखते हुए सभी जमशेदपुरवासियों से अनुरोध है कि 25, 26 और 27 मई को अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें. इस दौरान निर्देशों का पालन जरूर करें.
चक्रवात तूफान "यास" को देखते हुए सभी जमशेदपुर वासियों से अनुरोध होगा कि 25, 26 और 27 मई को अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें एवं सुरक्षा हेतु निम्नलिखित निर्देशों का पालन करें।#CycloneYaas#CycloneAlert pic.twitter.com/wy2XLfeEvk
— Dr. Ajoy Kumar (@drajoykumar) May 25, 2021
झारखंड के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि चक्रवाती तूफान यास के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव को पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि पूर्वी सिंहभूम समेत पूरे राज्य में इसे लेकर विशेष सतर्कता बरतें. 26 से 28 मई के दौरान विद्युत आपूर्ति, पेयजल आपूर्ति समेत अन्य चीजों की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि जान-माल की रक्षा हो सके.
#YaasCyclone के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव को पत्र के माध्यम से निर्देश दिया हूँ कि पूर्वी सिंहभूम समेत पूरे राज्य में इसको लेकर विशेष सतर्कता बरते, 26 से 28 मई के दौरान विधुत आपूर्ति, पेयजल आपूर्ति समेत अन्य चीजों की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि जानमाल की रक्षा हो सकें।
— Banna Gupta (@BannaGupta76) May 24, 2021
पोटका विधायक संजीव सरदार ने संभावित चक्रवाती तूफान यास को लेकर पोटका के तेतला पंचायत भवन में आपातकालीन उच्चस्तरीय बैठक की. इसमें प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, पोटका एवं कोवाली के थाना प्रभारी के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया. इसके साथ ही जरूरी दिशा निर्देश देकर हर हालत के लिए तैयार रहने को कहा.
चक्रवाती तूफान यास की आशंका को देखते हुए रांची जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली है. तूफान से जान-माल की सुरक्षा को लेकर एनडीआरएफ की दो टीम तैनात की गयी है और वे लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
आमलोगों को रोजमर्रा की चीजों के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इस पर भी ध्यान रखने का निर्देश जिलाधिकारियों को दिया गया है. बैठक में राज्य के आपदा प्रबंधन सचिव डॉ अमिताभ कौशल, एनएचआरएम के एमडी रविशंकर शुक्ला सहित अन्य अधिकारी शामिल थे.
झारखंड के पांच जिलों के अलावा बाकी जिलों को अलर्ट रहने को कहा गया है. सभी को प्लास्टिक की व्यवस्था रखने को भी कहा गया है. आंधी के दौरान जमशेदपुर व बोकारो सहित अन्य जिलों में सड़क पर पेड़ गिरे, तो उसे जल्द हटाने के लिए भी व्यवस्था सभी जिलों को करनी है.
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव डॉ अमिताभ कौशल ने कहा है कि इस चक्रवाती तूफान के दौरान झारखंड में तेज आंधी व जोरदार बारिश के आसार हैं. इसको देखते हुए ग्रामीण इलाकों के कच्चे घरों में निवास करनेवाले लोगों को शेल्टर होम में पहुंचाने का निर्देश दिया गया है. वहीं, राज्य की स्वर्णरेखा नदी के लेवल पर भी लगातार नजर रखने की जवाबदेही संबंधित विभाग के अधिकारियों को दी गयी है.
केंद्रीय मंत्रियों की इस बैठक में यह बात सामने आयी कि झारखंड के पांच जिले पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम, सिमडेगा, खूंटी व बोकारो पर यास का प्रभाव रहेगा. पूर्वी सिंहभूम में ज्यादा प्रभाव होने के मद्देनजर वहां पर एनडीआरएफ की तीन टीमों को तैनात कर दिया गया है.
26 से 28 मई तक संभावित चक्रवाती तूफान यास को लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्र के वरीय अधिकारियों ने सोमवार को झारखंड, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल व आंध्र प्रदेश के अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए कैसे कम से कम क्षति हो, लोगों को आपात स्थिति में कैसे राहत पहुंचायी जा सके समेत अन्य बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया.
झारखंड में सुपर साइक्लोन यास के खतरे को देखते हुए जान-माल की सुरक्षा को लेकर सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है. वैसे राज्य के पांच जिले पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम, सिमडेगा, खूंटी व बोकारो पर चक्रवाती तूफान यास का प्रभाव रहेगा. पूर्वी सिंहभूम में ज्यादा प्रभाव होने के मद्देनजर वहां पर एनडीआरएफ की तीन टीमों को तैनात कर दिया गया है. राज्य के कई इलाकों में इसका असर दिखने लगा है. चाईबासा में सुबह से ही बारिश हो रही है.
Posted By : Guru Swarup Mishra