रांची : सदर अस्पताल ने डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर जांच पर लगने वाला शुल्क माफ कर दिया है. अस्पताल में पहले डेंगू जांच कराने वाले मरीजों से प्रत्येक जांच के लिए 30 रुपये चार्ज किये जाते थे. अब इसे मुफ्त कर दिया गया है. सरकारी अस्पतालों में एक मरीज के एनएस-1 एलाइजा टेस्ट के लिए केमिकल सहित अन्य सामग्रियों पर 170 रुपये तक लागत आ रही थी. सदर में इन दिनों रोजाना 135 से लेकर 150 सैंपल की जांच की जा रही है. इस हिसाब से अस्पताल पर जांच में हर दिन 25,000 रुपये का अतिरिक्त भार आयेगा. फिलहाल सदर के डेंगू वार्ड में 30 मरीज भर्ती हैं. इसमें खूंटी की एक महिला मरीज की तबीयत मंगलवार को ज्यादा बिगड़ गयी थी.
डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज सामने आने के साथ ही अधिकतर मरीजों की जांच निजी अस्पतालों और क्लीनिकों में करायी जा रही है. इसमें रिम्स के पास बरियातू रोड स्थित एनएबीएल लैब में एनएस-वन, एलाइजा के लिए 1500 रुपये तक चार्ज किये जा रहे हैं. वहीं, चिकनगुनिया की स्क्रीनिंग के लिए 1200 रुपये और प्लेटलेट्स जांच के लिए सीबीसी कराने पर 550 रुपये लिये जा रहे हैं.
डेंगू के मरीज लगातार सामने आने के बाद निजी अस्पतालों में डेंगू और चिकनगुनिया के कार्ड टेस्ट पर सवाल उठ रहे हैं. रैपिड कार्ड टेस्ट के आधार पर विभाग भी मरीज को डेंगू होने की पुष्टि नहीं करता है. एलाइजा टेस्ट में आइजीएम पॉजिटिव होने पर संबंधित व्यक्ति को डेंगू का मरीज माना जाता है, जबकि कार्ड टेस्ट में केवल एंटीजन और एंटीबॉडी को लेकर इंडिकेटर होते हैं, जो डेंगू की पुष्टि नहीं करते हैं.
डेंगू के लिए एलाइजा और मलेरिया का ब्लड स्लाइड टेस्ट ही स्टैंडर्ड गाइडलाइन है. मरीजों को चाहिए कि यदि निजी अस्पताल या कहीं और उन्हें इन बीमारियों का संदिग्ध मान लिया गया है, तो वह यहां आकर संबंधित बीमारियों की जांच करवा सकते हैं. यह जांच अब सदर अस्पताल में मुफ्त हो रही है.
डॉ प्रभात कुमार, सिविल सर्जन, रांची