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झारखंड : डुमरी विधानसभा उपचुनाव की बजी डुगडुगी, 5 सितंबर को वोटिंग, 8 को काउंटिंग

झारखंड के डुमरी विधानसभा सीट उपचुनाव के लिए पांच सितंबर, 2023 को मतदान होगा. वहीं, आठ सितंबर, 2023 को मतगणना होगी. इसको लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने तारीख की घोषणा की है.

बेरमो (बोकारो), राकेश वर्मा : बोकारो जिला अंतर्गत डुमरी विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की डुगडुगी बज गयी है. भारत निर्वाचन आयोग ने झारखंड के डुमरी सहित सात जिलों में उपचुनाव को लेकर घोषणा की है. इसके तहत डुमरी विधानसभा में पांच सितंबर, 2023 को वोटिंग की घोषणा की है. वहीं, आठ सितंबर, 2023 को काउंटिंग होगी. इसके लिए 10 अगस्त, 2023 से गजट नॉटिफिकेशन जारी होगा. बता दें कि जगरनाथ महतो की मृत्यु से खाली हुई डुमरी विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा हुई है.

उपचुनाव की तारीख की घोषणा होते ही बढ़ी सरगर्मी

डुमरी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की तारीख की घोषणा के साथ चुनावी सरगर्मी भी बढ़ गयी है. पिछले तीन माह से यहां का चुनावी तापमान अपने परवान पर चल रहा है. विस क्षेत्र में तीन स्थानों पर मुख्यमंत्री की महत्ती सभा, करोड़ों की योजनाओं का उदघाटन व शिलान्यास के अलावा करोड़ों की राशि की परसंपत्ति का वितरण किया जा चुका है. दूसरी ओर, जेएमएम को घेरने के लिए यहां लगातार आजसू भी सघन जनसंपर्क अभियान चली रही है. गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी पूरे विस क्षेत्र में सांसद मद की योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास कर रहे हैं. इसके अलावा जेएमएम उलगुलान ने भी इस बार के उपचुनाव में अपना प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है.

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एक नजर में उपचुनाव की स्थिति

  • गजट नॉटिफिकेशन की तारीख : 10 अगस्त, 2023

  • नामांकन की आखिरी तारीख : 17 अगस्त, 2023

  • नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की तारीख : 18 अगस्त, 2023

  • नाम वापसी की आखिरी तारीख : 21 अगस्त, 2023

  • मतदान की तारीख : 05 सितंबर, 2023

  • मतगणना की तारीख : 08 सितंबर, 2023

  • उपचुनाव संपन्न करने की अंतिम तारीख : 10 सितंबर, 2023

जेएमएम के लिए है प्रतिष्ठा की सीट

मालूम हो कि गत चार अप्रैल, 2023 को लगातार चार बार से डुमरी सीट से विधायक पद को सुशोभित कर रहे शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का निधन हो गया था. निधन के बाद विधानसभा क्षेत्र में छह माह के अंदर चुनाव कराये जाने की अधिसूचना जारी हो जाने के बाद से ही यहां अचानक चुनावी सरगर्मी काफी बढ गयी थी. खासकर जेएमएम कार्यकर्ता स्वर्गीय जगरनाथ महतो के निधन के बाद इस सीट को प्रतिष्ठा का विषय बनाते हुए चुनाव की तैयारी में लग गये हैं. स्वर्गीय जगरनाथ महतो की पत्नी को भी हेमंत सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर जेएमएम ने अपना चुनावी दांव खेला है. दूसरी ओर, चुनाव को लेकर इस सीट पर जेएमएम को घेरने की तैयारी में आजसू भी पूरी मुस्तैदी के साथ जुट गया है.

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वर्ष 2019 के विस चुनाव में भी आजसू ने दिया था प्रत्याशी

मालूम हो कि डुमरी विधानसभा सीट से वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव मे आजसू ने भी चुनाव लडा था. आजसू प्रत्याशी यशोदा देवी इस चुनाव में दूसरे स्थान पर रही थी. उन्हें कुल 36,840 (19.56 फीसदी) मत प्राप्त हुआ था, जबकि बीजेपी भी इस चुनाव में खड़ी थी. बीजेपी के प्रत्याशी प्रदीप साहू को 36,013 (18.93 फीसदी) मत प्राप्त हुआ था. यानी एनडीए गठबंधन के दो दल आजसू व बीजेपी को मिलाकर कुल लगभग 73 हजार मत प्राप्त हुआ था. जबकि इस चुनाव में लगातार चौथी दफा जीत दर्ज करने वाले झामुमो प्रत्याशी स्वर्गीय जगरनाथ महतो को कुल 71,128 (37.38 फीसदी) मत प्राप्त हुआ था.

जगरनाथ महतो से लगातार तीन बार चुनाव हारे थे लालचंद महतो

इसके पूर्व वर्ष 2014 के चुनाव में पूर्व मंत्री लालचंद महतो एनडीए की और से बीजेपी के उम्मीदार बने थे, लेकिन इस चुनाव में लालचंद महतो जेएमएम के जगरनाथ महतो से लगातार तीसरी बार करीब 33 हजार मतों के अंतर से हार गये. जगरनाथ महतो को 77,984 हजार तथा लालचंद महतो को 45,503 हजार मत प्राप्त हुआ था. तीसरे स्थान पर रहे जदयू प्रत्याशी मौलाना मोबिन रिजवी को 16,730 एवं चौथे स्थान पर रहे झाविमो के प्रदीप साहू को 9,032 मत मिला था.

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वर्ष 2009 के चुनाव में जगरनाथ महतो को 33,360 मत प्राप्त हुआ था

वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में दूसरी बार जेएमएम के जगरनाथ महतो ने लालचंद महतो को करीब 13 हजार वोट से पराजित किया. इस चुनाव में बहुजन सदान मोरचा प्रत्याशी लालचंद महतो तीसरे स्थान पर चले गये थे. उन्हें 19,084 मत तथा दूसरे स्थान पर जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले स्वर्गीय दामोदर महतो को 20,292 मत मिला था. जबकि जगरनाथ महतो को 33,360 मत प्राप्त हुआ था.

वर्ष 2005 के विस चुनाव में जदयू से दामोदर महतो ने प्राप्त किया था तीसरा स्थान

डुमरी विस सीट से वर्ष 2005 में स्व दामोदर महतो ने जदूय के टिकट पर चुनाव लड़ा था तथा कुल 16,917 मत लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे. जबकि दूसरे स्थान पर राजद प्रत्याशी लालचंद महतो ने 23,474 मत प्राप्त किया था. चुनाव में पहली बार जीत दर्ज करने वाले जेएमएम प्रत्याशी स्वर्गीय जगरनाथ महतो को 41,784 मत मिला था.

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2000 में जदयू के प्रत्याशी बने लालचंद महतो

वर्ष 2000 के विस चुनाव में डुमरी सीट से बतौर जदयू प्रत्याशी लालचंद महतो खड़े हुए तथा उन्होंने 28,087 मत लाकर चुनाव में जीत दर्ज की थी तथा डुमरी विस सीट से तीसीर बार विधायक बने थे. दूसरे स्थान पर समता पार्टी के प्रत्याशी स्वर्गीय जगरनाथ महतो ने 21,361 वोट तथा तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी मकसूद आलम ने 14,498 मत प्राप्त किया था.

वर्ष 1995 के चुनाव में जेएमएम के शिव महतो हुए थे विजयी

वर्ष 1995 के विस चुनाव में लालचंद महतो समता पार्टी के प्रत्याशी बने तथा 19,698 मत लाकर तीसरे स्थान पर रहे. दूसरे स्थान पर 23,808 मत लाकर कांग्रेस के मकसूद आलम रहे. जबकि जेएमएम के शिवा महतो ने 36.498 मत लाकर जीत दर्ज किया था. जबकि चौथे स्थान पर बीजेपी प्रत्याशी कैलाश पंडित को 8,986 वोट मिला था.

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1990 के विधानसभा चुनाव में लालचंद महतो हुए थे विजयी

वर्ष 1990 के विधान सभा चुनाव में जनता दल के टिकट पर लालचंद महतो ने चुनाव लड़ा तथा 30,717 मत लाकर जीत दर्ज की. दूसरे स्थान पर 19,195 मत लाकर जेएमएम के शिवा महतो तथा तीसरे स्थान पर निर्दलीय मकसूद आलम ने 13,760 मत लाया. इस चुनाव में बतौर बीजेपी प्रत्याशी प्रशांत जायसवाल चौथे स्थान पर रहे तथा उन्हें कुल 9,860 मत प्राप्त हुआ था.

वर्ष 1985 के विधानसभा चुनाव में जेएमएम के शिवा महतो ने दर्ज की थी जीत

वहीं, 1985 के विधानसभ चुनाव में जीत दर्ज करने वाले जेएमएम के शिवा महतो को 21,082, लोकदल प्रत्याशी लालचंद महतो को 14,100, निर्दलीय गुल मोहम्मद को 6,378, कांग्रेस के रामदेव यादव को 3,174 तथा बीजेपी के ईश्वर लोहानी को 2,796 मत प्राप्त हुआ था.

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डुमरी विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 2,72,612 है

डुमरी विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,72,612 मतदाता एक बार फिर अपने पसंदीदा प्रत्याशी को चुनेंगे. इसके लिए पांच सितंबर, 2023 को वोट करेंगे. इस विधानसभा में पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,42,233 और महिला मतदाताओं की संख्या 1,30,376 है.

बोकारो जिला के 174 और गिरिडीह जिला के 199 बूथों पर होगा मतदान

चुनाव आयोग की घोषणा के बाद मंगलवार को बोकारो डीसी कुलदीप चौधरी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 17 अगस्त तक नामांकन हो सकेगा. 18 अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच होगी. वहीं, 21 अगस्त तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे. आठ सितंबर को मतगणना होगी. चुनाव की घोषणा के साथ ही जिला में आचार संहिता लागू हो गयी है. अब कोई भी शिलान्यास व उद्घाटन कार्यक्रम नहीं होगा.

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चुनावी कार्य का निष्पादन गिरिडीह से होगा

डीसी ने बताया कि चुनाव संबंधित सभी काम डुमरी (जिला गिरिडीह) के अनुमंडल पदाधिकारी की देखरेख में होंगे. बोकारो जिला में नावाडीह के अंचल अधिकारी व चंद्रपुरा के प्रखंड विकास पदाधिकारी सहायक निर्वाची पदाधिकारी की भूमिका निभायेंगे. डीसी ने कहा कि बोकारो जिला के अंतर्गत नावाडीह व चंद्रपुरा प्रखंड का क्षेत्र डुमरी विधानसभा क्षेत्र में आता है. इन दोनों प्रखंड में 124448 पुरुष व 117310 महिला निवास करते हैं. इनमें से 71612 पुरुष व 67419 महिला मतदाता हैं. नावाडीह प्रखंड के मतदान केंद्र संख्या 200 से 328 यानी 129 बूथ व चंद्रपुरा प्रखंड के मतदान केंद्र संख्या 329 से 373 यानी 45 बूथों पर मतदान होगा.

संवेदनशील बूथों की हुई पहचान

डीसी ने बताया कि डुमरी विधानसभा चुनाव में बोकारो व गिरिडीह जिला के क्षेत्र आते हैं. गिरिडीह जिला में 199 बूथ और बोकारो जिला क्षेत्र में कुल 174 बूथों पर मतदान होगा. ज्यादा बूथों की संख्या के अनुसार, ईवीएम व अन्य मतदान कार्य गिरिडीह जिला क्षेत्र से निष्पादित होगा. एसपी प्रियदर्शी आलोक ने बताया कि स्वच्छ चुनाव कराने के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है. सभी संवेदनशील बूथों की लिस्टिंग हो रही है. संवेदनशील बूथों की पहचान नक्सल प्रभावित, राजनीतिक प्रभाव व सांप्रदायिक प्रभाव के तहत किया जा रहा है. मौके पर डीडीसी कीर्तिश्री जी, चास अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, पीआरडी के अविनाश कुमार व अन्य मौजूद थे.

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