राजधानी में दुर्गापूजा के दौरान विधि व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए 250 मजिस्ट्रेट, 300 पुलिस अफसर और 2000 से अधिक पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है. इस संबंध में डीसी और एसएसपी ने ज्वाइंट ऑर्डर जारी किया है. जारी आदेश के मुताबिक, पूजा पंडालों में सुरक्षा के लिहाज से मजिस्ट्रेट, पुलिस अफसर और महिला व पुरुष सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. पूजा के दौरान विधि-व्यवस्था की समस्या नहीं हो, इसके लिए पूरे रांची जिले को 10 जोन में बांटा गया है. हर जोन में चार-पांच थानों के लिए एक मुख्यालय बनाया गया है. मुख्यालय में जोनल पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है.
चार उप नियंत्रण कक्ष बनाये गये: राजधानी में जिला नियंत्रण कक्ष के अलावा चार उप नियंत्रण कक्ष बनाये गये हैं. इसके तहत अल्बर्ट एक्का चौक, डोरंडा थाना, सदर थाना और बुंडू थाना में उप नियंत्रण कक्ष बनाये गये हैं. यहां मजिस्ट्रेट के अलावा पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गयी है. इन केंद्रों में फायर ब्रिगेड के वाहन भी तैनात रहेंगे. वहीं, शहर के अन्य प्रमुख स्थानों व पूजा पंडालों में भी अग्निशमन दस्ता को तैनात किया जायेगा.
नौ तालाबों में तैनात होंगे एनडीआरएफ व गोताखार: रांची नगर निगम क्षेत्र में आनेवाले वैसे प्रमुख तालाब, जहां विसर्जन होना है, वहां जिला प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेट, पुलिस अफसर और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है. विसर्जन किये जानेवाले प्रमुख तालाबों में एनडीआरएफ की टीम के अलावा गोताखोरों की भी व्यवस्था रहेगी. जिन तालाबों में विसर्जन होगा, उनमें मुख्य रूप से बड़ा तालाब, लाइन टैंक तालाब, बटन तालाब, मछली तालाब, हटिया डैम, जगरनाथपुर तालाब, कांके डैम, जेल तालाब और करमटोली तालाब आदि शामिल हैं.
Posted by: Pritish Sahay