रांची : मेडिका में भर्ती कोरोना संक्रमित शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को सोमवार शाम एयर एंबुलेंस से चेन्नई स्थित महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (एमजीएम) भेजा गया. एयर एंबुलेंस के रवाना होने तक खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख एयरपोर्ट पर मौजूद थे. जब शिक्षा मंत्री को एंबुलेंस से उतारकर एयर एंबुलेंस तक ले जाया जा रहा था, तब सीएम भी एयर एंबुलेंस तक गये.
उन्होंने स्ट्रेचर को भी पकड़ा. साथ ही एयरपोर्ट में भी चिकित्सकों और मंत्री के पुत्र से बात की. श्री महतो को चेन्नई रवाना करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा : पूरे झारखंड की दुआएं शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो जी के साथ है. मुझे विश्वास है कि ‘अपना टाइगर’ जल्द लौटेगा. शिक्षा मंत्री को उनके करीबी इसी उपनाम से बुलाते हैं.
शिक्षा मंत्री को एयर एंबुलेंस तक पहुंचाने के लिए रांची की ट्रैफिक पुलिस ने मेडिका अस्पताल से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट तक (13 किमी) ग्रीन कॉरिडोर बनाया था. एंबुलेंस शाम 5:08 बजे मेडिका से निकली और 5:22 बजे (मात्र 14.30 मिनट में) एयरपोर्ट पहुंच गयी. उधर, एयर एंबुलेंस शाम 5:30 बजे एयरपोर्ट पर लैंड हुई. इसके बाद श्री महतो को वेंटिलेटर और एकमो मशीन पर रख कर पूरे एहतियात के साथ एयर एंबुलेंस में चढ़ाया गया.
एयर एंबुलेंस ने शाम 6:32 बजे चेन्नई के लिए उड़ान भरी. आधिकारिक जानकारी अनुसार, एयर एंबुलेंस रात 9:05 बजे चेन्नई पहुंची और वहां से 9:35 बजे एमजीएम की आइसीयू में श्री महतो को भर्ती किया गया. यहां छाती व फेफड़ा विभाग में डॉ अपार जिंदल की देखरेख में उनका इलाज चलेगा.
चेन्नई पहुंचने के बाद डॉ जिंदल ने कहा कि श्री महतो के स्वास्थ्य के सुधार को लेकर एक हफ्ते बाद ही कुछ कहा जा सकता है. गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री 26 अक्तूबर को कोरोना संक्रमित हुए थे. उनको पहले रिम्स में भर्ती किया गया, लेकिन तीन दिन तक इलाज के बाद परिजनों के आग्रह पर उनको मेडिका अस्पताल में शिफ्ट किया गया था.
सीएम हेमंत सोरेन के आग्रह पर चेन्नई से तीन डॉक्टरों का दल रविवार रात 11:00 बजे विशेष विमान से रांची पहुंचा और सीधे मेडिका अस्पताल चला गया. रात में ही मेडिकल टीम ने शिक्षा मंत्री के स्वास्थ्य का रिव्यू किया. सोमवार तड़के तीन बजे श्री महतो को एकमो मशीन पर शिफ्ट किया गया. करीब 15 घंटे तक सब कुछ सामान्य पाया गया, जिसके बाद उन्हें एयर लिफ्ट की तैयारी शुरू की गयी.
ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने बताया कि शिक्षा मंत्री के कॉरकेड में एक अतिरिक्त एंबुलेंस को भी शामिल किया गया था. अतिरिक्त एंबुलेंस आपातकाल के लिए रखी गयी थी. ग्रीन कॉरिडोर मेडिका से बूटी मोड़, कोकर चौक, कांटाटोली, बहू बाजार, सिरमटोली चौक, सुजाता चौक, राजेंद्र चौक, एजी मोड़, हिनू होते हुए एयरपोर्ट तक बनाया गया था. एंबुलेंस को ट्रैफिक डीएसपी जीतवाहन उरांव स्कॉर्ट कर रहे थे.
कोरोना संक्रमण से मंत्री हाजी हुसैन अंसारी की मौत के बाद शिक्षा मंत्री की सेहत के मामले में मुख्यमंत्री कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं. मंत्री के संक्रमित होने के बाद से ही सीएम लगातार डॉक्टरों से संपर्क बनाये हुए थे और हर दिन मेडिका अस्पताल जा रहे थे.
सोमवार को भी वे मेडिका अस्पताल पहुंचे थे. सीएम काफी पहले ही श्री महतो को बाहर भेजना चाहते थे, लेकिन तब मंत्री के स्वास्थ्य को देखते हुए डॉक्टरों ने अनुमति नहीं दी थी. बाद में सीएम ने चेन्नई के विशेषज्ञ डॉक्टरों को रांची बुलवाया और श्री महतो को चेन्नई भेजा.
posted by : sameer oraon