Jharkhand News: चीफ इंजीनियर बीरेंद्र राम से जारी पूछताछ के दौरान ईडी ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की भूमिका की भी जांच शुरू कर दी है. मामला बीरेंद्र राम को शिक्षा परियोजना के इंजीनियरिंग सेल का अतिरिक्त प्रभार दिये जाने से संबंधित है. बीरेंद्र राम से विभिन्न विभागों में उसके पदस्थापन से जुड़े मामले में भी पूछताछ चल रही है. इस दौरान उसने ईडी के अधिकारियों द्वारा पूछे गये सवाल के जवाब में यह कहा कि मंत्री जगरनाथ महतो ने उसे फोन कर शिक्षा परियोजना के इंजीनियरिंग सेल के मुख्य अभियंता का अतिरिक्त प्रभार दिये जाने की जानकारी दी थी.
पूछताछ के दौरान उसने यह भी कहा है कि उसने शिक्षा परियोजना का प्रभार लेने के लिए किसी से संपर्क नहीं किया था. मंत्री ने खुद ही अपनी मर्जी से उसे शिक्षा परियोजना के इंजीनियरिंग सेल का अतिरिक्त प्रभार देने की सूचना दी थी. हालांकि उसने इस पद पर योगदान नहीं किया. बीरेंद्र राम द्वारा पूछताछ में दी गयी इस जानकारी के बाद ईडी ने इस प्रकरण में मंत्री की भूमिका सहित बीरेंद्र को प्रभार दिये जाने कारणों की जांच शुरू कर दी है.
रिमांड में पूछताछ जारी
बीरेंद्र राम से टेंडर की प्रक्रिया में रुपयों के लेन देन के मामले में पूछताछ जारी है. ईडी ने उसे 22 फरवरी को गिरफ्तार किया था. ईडी ने कोर्ट के आदेश के आलोक में 24 फरवरी से रिमांड पर लेने के बाद पूछताछ शुरू की. सूत्रों के अनुसार बीरेंद्र राम द्वारा अपनी गिरफ्तारी के बाद से विभाग में जारी परंपराओं की दुहाई देता रहा है. साथ ही खुद को निर्दोष बताते हुए इसी परंपरा का शिकार होने की बात कह रहा है. इडी ने शनिवार को उससे इसी परंपरा के बारे में पूछताछ शुरू की है. इडी के अधिकारी उससे यह जानना चाह रहे हैं कि विभाग में ऑनलाइन टेंडर मैनेज करने के लिए कौन-कौन सा तरीक़ा अपनाया जाता है. टेंडर मैनेज करने से लेकर ठेकेदार के भुगतान तक में किस-किस स्तर पर कितना कमीशन लिया जाता है.