Jharkhand News: झारखंड की राजधानी रांची समेत आसपास के इलाके की पांच लाख आबादी करीब 15 घंटे तक बिजली को तरसती रही. दिक्कत सोमवार की शाम 6:54 बजे शुरू हुई, जब पतरातू ग्रिड का दूसरा ट्रांसफॉर्मर भी बिगड़ गया. इसके बाद बुढ़मू और कांके ग्रिड की आपूर्ति ठप हो गयी. साथ ही इससे जुड़े इलाकों में अंधेरा पसर गया. रात 1:55 बजे के दौरान पतरातू ग्रिड में मरम्मत के बाद किसी तरह से दोबारा आपूर्ति शुरू हुई, लेकिन मंगलवार की सुबह 10:03 बजे पर यह फिर से बंद हो गयी. इसके बाद पिठोरिया के नजदीक लुप इन-लुप आउट कर कांके ग्रिड को 132 केवी हटिया वन से जोड़ कर शाम 6:21 बजे बिजली बहाल कर दी गयी. संकट के दौरान राजभवन और मोरहाबादी पीएसएस को हटिया वन से जुड़े होने का फायदा मिला और यहां सबसे कम असर देखा गया.
हटिया ग्रिड पर फिर से बढ़ गया दबाव
बुढ़मू ग्रिड को कांके से इसलिए जोड़ा गया था कि इससे पहले से ओवरलोड चल रहे हटिया ग्रिड पर से दबाव को कुछ कम किया जा सके. इस परेशानी के बाद सिंगल सर्किट से जुड़े होने के कारण हटिया ग्रिड पर लोड दोबारा काफी बढ़ जाएगा अौर इसके भी ठप होने की आशंका बढ़ जायेगी. इस स्थिति से बचने के लिए कांके ग्रिड को फिलहाल कम क्षमता (75 की जगह महज 35 मेगावाट) पर चलाया जाएगा. इस दौरान कम पॉवर उपभोक्ताओं को मिलेगा.
राजभवन को छोड़ कांके ग्रिड से जुड़े इलाकों में बना रहा संकट
कांके ग्रिड के ठप पड़ने का असर राजधानी के उत्तरी इलाके पर पड़ा, यहां उपभोक्ताओं का एक बड़ा वर्ग बिजली संकट से जूझता रहा. इससे जुड़े 33 केवी राजभवन, मोरहाबादी, कांके, बोबरो और सिरडो- वन और सिरडो- टू पॉवर सब स्टेशन से जुड़े इलाकों में आपूर्ति जबरदस्त ढंग से प्रभावित हुई. इतनी देर तक बिजली नहीं रहने से कांके क्षेत्र में पानी की भी समस्या देखी गई. लोगों ने बाजार से मिनरल बॉटल खरीदकर किसी तरह से काम चलाया.
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इन इलाकों में रोटेशन के तहत मिली बिजली
राजधानी के कई इलाकों में बारिश के कारण सोमवार को बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई. कांके रोड, बरियातू, मधुकम, पहाड़ी मंदिर क्षेत्र, बोड़या, अरसंडे, रातू रोड, मधुकम, खादगढ़ा, कुम्हारटोली, बाजपुर, सीआइपी, रेडियम रोड जैसे बड़े इलाके को रोटेशन के तहत बिजली सप्लाई दी गयी.
पतरातू में खराबी के बाद ट्रिप हुआ बुढ़मू और कांके ग्रिड
बेड़ो पावर ग्रिड से पतरातू जुड़ा है. यहां 315 एमवीए का एक बड़ा ट्रांसफार्मर करीब दो महीने पहले से खराब था. 400 केवी लाइन से जुड़ा 315 केवीए क्षमता का दूसरा ट्रांसफार्मर भी सोमवार शाम सात बजे खराब हो गया. यह बिजली की हाईवोल्टेज लाइन को स्टेप डाउन कर 220 केवीए में बदलकर बुढ़मू और कांके दोनों ग्रिड को सप्लाई करता है.