रांची : झारखंड में ईमानदार अफसर की छवि रखने वाले आइपीएस अधिकारी आलोक कुमार (Alok Kumar) का महज 51 साल की उम्र में कैंसर की बीमारी से निधन हो गया. गढ़वा और खूंटी के एसपी रहे आलोक कुमार संयुक्त बिहार में डीएसपी बने थे. वर्ष 1999 में वह बीपीएससी से बहाल हुए थे.
बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य अस्तित्व में आया, तो वे झारखंड कैडर में आ गये. मार्च, 2016 में उन्हें आइपीएस रैंक में प्रोन्नति मिली. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पुलिस के वरीय पदाधिकारियों ने बुधवार (29 जुलाई, 2020) को जैप-1 मुख्यालय में जाकर श्रद्धांजलि दी.
पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में उन्होंने खूंटी और गढ़वा जिला में अपनी सेवाएं दीं. आलोक कुमार जब खूंटी में एसपी थे, तभी पता चला कि उन्हें कैंसर हो गया है. कैंसर का काफी इलाज करवाया. हाल ही में आलोक कुमार ताइवान से इलाज कराकर रांची लौटे थे. मंगलवार की देर रात रांची के एक निजी अस्पताल में उनका निधन हो गया.
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बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का कार्यभार संभाल रहे एमवी राव समेत तमाम वरीय पदाधिकारियों ने झारखंड आर्म्ड पुलिस (जैप-1) में जाकर अपने होनहार और ईमानदार अधिकारी को श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर कई वरीय पदाधिकारी भी मौजूद थे.
खूंटी में जब आलोक कुमार एसपी के रूप में अपनी सेवा दे रहे थे, तभी वह बीमार पड़े. इसी दौरान जांच में मालूम हुआ कि उन्हें कैंसर हो गया है. करीब एक साल तक उन्होंने कैंसर से लड़ाई की. ताइवान जाकर भी इलाज करवाया. मंगलवार की रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गयी. उन्हें एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.
इलाज के दौरान ही देर रात उनका निधन हो गया. 28 जुलाई, 1969 को जन्मे आलोक कुमार को मार्च, 2016 में आइपीएस रैंप में प्रोमोशन मिला था. बीमारी का पता चलने के बाद उन्हें छुट्टी लेनी पड़ी. अक्टूबर, 2019 में जब छुट्टी से लौटे, तो पुलिस मुख्यालय में उन्हें योगदान देने के लिए कहा गया था.
Posted By : Mithilesh Jha