Jharkhand News: झारखंड सरकार के अधीन चलनेवाले बीएड कॉलेज कांके (सत्र 2020-22) के 98 विद्यार्थी अपने भविष्य को लेकर पिछले एक साल से चिंतित हैं. एनसीटीइ से मान्यता नहीं रहने के बावजूद झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद द्वारा इन विद्यार्थियों का नामांकन लिया गया. अब जब परीक्षा देने की बारी आयी है, तो रांची विश्वविद्यालय ने मान्यता नहीं रहने के कारण परीक्षा लेने से इनकार कर दिया है. मान्यता नहीं रहने से इन विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति से भी वंचित रहना पड़ा.
सरकारी बीएड कॉलेज, कांके के विद्यार्थी जब मान्यता को लेकर उच्च शिक्षा विभाग पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि मान्यता के लिए एनसीटीइ को पत्र भेजा गया है, लेकिन लगभग एक साल बाद भी मान्यता नहीं मिली. मान्यता नहीं रहने के कारण झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा द्वारा सत्र 2021 के नामांकन में इस कॉलेज को शामिल नहीं किया गया. बीएड कॉलेज का संचालन फिलहाल माध्यमिक शिक्षा निदेशालय व उच्च शिक्षा निदेशालय द्वारा हो रहा है. बीएड कॉलेज को मान्यता नहीं मिलने से इनका भविष्य अधर में लटका हुआ है. इससे विद्यार्थी बेहद परेशान हैं.
विद्यार्थी कभी माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, तो कभी उच्च शिक्षा निदेशालय का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी समस्या नहीं सुलझ रही है. एनसीटीइ प्रावधान के अनुपालन में शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की कमी भी पूरी करनी है. नियमानुसार कॉलेज में आठ शिक्षक और छह कर्मचारी की नियुक्ति/प्रतिनियुक्ति की जानी है, लेकिन अब तक यह भी संभव नहीं हो सका है. विद्यार्थी किसी तरह अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे हैं. इस तरह इस सरकारी बीएड कॉलेज के विद्यार्थी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं.
Posted By : Guru Swarup Mishra